भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-मद्रास ने ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में आभासी वास्तविकता (वीआर) में एक उन्नत डिप्लोमा कार्यक्रम की पेशकश करने के लिए एक जापानी शोध फर्म, मोनोलिथ रिसर्च एंड ट्रेनिंग लैब्स के साथ करार किया है।
देश भर में इंजीनियरिंग कार्यक्रम में नामांकित कोई भी या इंजीनियरिंग डिग्री के साथ स्नातक कार्यक्रम के लिए आवेदन करने के लिए पात्र है, जिसके लिए आवेदन नवंबर से उपलब्ध होंगे। पाठ्यक्रम जनवरी 2022 से शुरू होगा। प्रत्येक बैच में 50 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा।
संस्थान में सतत शिक्षा केंद्र के अध्यक्ष देवेंद्र जलिहा और मोनोलिथ रिसर्च के निदेशक यतिराजन वरदराजन ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। संस्थान में अनुप्रयुक्त यांत्रिकी विभाग में प्रोफेसर एम. मणिवन्नन ने कहा कि आभासी वास्तविकता एक व्यावहारिक और अंतःविषय पाठ्यक्रम है।
श्री यतिराजन ने कहा कि समझौता ज्ञापन का उद्देश्य उभरती प्रौद्योगिकियों में सीखने का मार्ग बनाना और रोजगार के अवसरों को दृश्यता प्रदान करना है।