Home Bihar कुंती के निधन के बाद भी डराता रहेगा ‘बथानी कांड’: JDU नेता को सरेबाजार मौत के घाट उतारने के जुर्म में उम्रकैद काट रही थीं पूर्व MLA

कुंती के निधन के बाद भी डराता रहेगा ‘बथानी कांड’: JDU नेता को सरेबाजार मौत के घाट उतारने के जुर्म में उम्रकैद काट रही थीं पूर्व MLA

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कुंती के निधन के बाद भी डराता रहेगा ‘बथानी कांड’: JDU नेता को सरेबाजार मौत के घाट उतारने के जुर्म में उम्रकैद काट रही थीं पूर्व MLA

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गया28 मिनट पहलेलेखक: दीपेश

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कुंती देवी की जेल जाने के समय की फाइल फोटो। - Dainik Bhaskar

कुंती देवी की जेल जाने के समय की फाइल फोटो।

अतरी की पूर्व विधायक कुंती देवी की कोरोना से मौत हो गई है। गुरुवार की रात PMCH में उनका निधन हो गया। कुंती देवी JDU नेता सुमिरक यादव की हत्या मामले में उम्रकैद की सजा काट रही थीं। तीन माह पहले ही उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। कुंती देवी के निधन की खबर के साथ ही जेहन में नीमचक बथानी बाजार कांड भी आ ही जाता है, जो लोगों को कुंती देवी के निधन के बाद भी डराता रहेगा।

बात 26 फरवरी 2013 की है
26 फरवरी 2013 कोजदयू के अतरी प्रखंड अध्यक्ष सुमरिक यादव की नीमचक बथानी बाजार में सरेआम हत्या कर दी गई थी। लाठी-डंडों से तब तक पीटा गया, जब तक उनकी मौत न हो गई। यह हत्या पूर्व MLA कुंती देवी के इशारों पर ही हुई थी। 19 जनवरी 2021 को इस मामले में कोर्ट ने कुंती देवी को दोषी करार दे दिया था। 12 गवाहों में से 10 ने पूर्व विधायक के खिलाफ गवाही दी थी। 23 जनवरी को कुंती देवी को सजा सुनाई गई।

पति ने पेरोल की अर्जी दी
कुंती यादव के पति पूर्व विधायक राजेंद्र यादव अब भी जेल में हैं। वह भी काफी बीमार चल रहे हैं। वर्तमान में उनके पुत्र रंजीत यादव अतरी से विधायक हैं। वर्तमान विधायक के 4 फोन नंबर फिलहाल बंद चल रहे हैं। उनके विधायक प्रतिनिधि प्रमोद सिंह ने बताया कि PMCH की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दोपहर बाद डेड बॉडी अतरी विधानसभा क्षेत्र के बथानी प्रखंड स्थित माधोपुर गांव लाई जाएगी। इसके बाद ही वहां शाम तक पूर्व विधायक कुंती देवी का दाह संस्कार किया जाएगा। विधायक प्रतिनिधि के मुताबिक जेल में बंद चल रहे कुंती देवी के पति पूर्व विधायक राजेंद्र यादव को अंतिम संस्कार में शामिल होने की गुहार पेरोल के तहत की गई है। इस बाबत प्रमोद सिंह का कहना है कि वर्तमान विधायक रणजीत यादव ने DGP से बातचीत की है। कोर्ट से अनुमति मिल जाती है तो राजेंद्र यादव अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।

गया जेल में बंद हैं कुंती देवी के पति
राजेंद्र यादव वर्तमान में गया जेल में बंद हैं। राजेंद्र यादव 1995 में पहली बार राजद के टिकट से विधायक बने थे। उन्होंने 2000 में भी जीत हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी कुंती देवी को 2001 में मुखिया का चुनाव लड़ाया और उन्हें मुखिया बनाया। इस बीच हत्या, अपहरण, लूट, गोलीबारी के मामले में राजेंद्र यादव जेल चले गए। तब से लेकर अब तक वह जेल की सजा काट रहे हैं। इस बीच कुंती देवी खुद 2005 में राजद से विधायक बनीं। लेकिन, 2010 में वह चुनाव हार गईं। इसके बाद 2015 में एक बार फिर से कुंती देवी चुनाव लड़ीं और जीत गईं।

1995 से लेकर 2010 तक इस परिवार का रहा खौफ
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि 1995 से लेकर 2010 तक इस पूरे इलाके में इस परिवार का जबर्दस्त खौफ रहा। इस परिवार के खिलाफ किसी की हिम्मत नहीं थी कि क्षेत्र में कोई कुछ बोल दे। इस इलाके में खुद को खलीफा कहने वाले दूसरे समाज के कुछ लोग चोरी-चुपके तो कुछ लोग खुलेआम इस परिवार की शरण में हैं। मारपीट करना, हत्या कर देना और गांव में घुसकर गोलीबारी करना इनका शगल बन गया था। इसी शगल के बीच 26 फरवरी 2013 को जदयू के नेता सुमिरक यादव को कुंती देवी के इशारे पर बथानी बाजार में मौत के घाट उतार दिया गया था। यही हत्या इस परिवार के लिए काल बन गई।

अब बेटों की मनमानी
इतनी आपदाओं के बीच इस परिवार का अहम टूटा नहीं है। अब राजेंद्र यादव के बेटों की मनमानी सिर चढ़ कर बोल रही है। राजेंद्र यादव के दो बेटे प्रमोद व सुबोध अब भी फरार हैं। उनकी फरारी का आलम यह है कि वह इलाके में ही रहते हैं। उन्होंने अपनी-अपनी शादी भी पूरे विधि विधान से की, लेकिन पुलिस को अब तक कुछ भी पता नहीं चला। अतरी के लोग उन दोनों को क्षेत्र में घूमते हुए देख लेते हैं, पर पुलिस की हिम्म्त नहीं है कि उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करे।

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