डूबने से एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत: किऊल हरोहर नदी में स्नान करने गए थे 4 भाई-बहन; 1 का शव बरामद, 2 की तलाश जारी, 1 भाई बाल-बाल बचा

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लखीसराय19 मिनट पहले

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मृतक के पिता कारू सिंह और सुबोध सिंह।

लखीसराय के पिपरिया प्रखंड के रामचंद्रपुर गांव स्थित किऊल हरोहर नदी में एक ही परिवार के तीन भाई-बहन की डूबने से मौत हो गई। इसमें तीनों के साथ गए एक अन्य युवक बाल-बाल डूबने से बच गया। डूबने वाले तीनों भाई-बहन की पहचान सुबोध सिंह के पुत्र रोहित कुमार (14), उसकी बहन खुशी कुमारी (12 साल) और उसके चचेरे भाई कारू सिंह के पुत्र राजा कुमार (21साल) के रूप में हुई है। मृतक के दादा भोला सिंह और उनके पुत्र कारू सिंह ने बताया कि सभी भाई-बहन अपने घर से सुमन चौक स्थित किऊल हरोहर नदी में स्नान करने गए थे। इसी दौरान गहरे पानी में चले जाने के बाद रोहित कुमार, खुशी कुमारी और चचेरे भाई राजा कुमार की डूबकर मौत हो गई, जबकि राजा कुमार के छोटे भाई अंकित कुमार (21 साल) डूबने से बाल बाल बच गए। अभी वह बेहोशी की हालत में है। इस दुखद घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है। घटनास्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ गई है। शव को बरामद करने के लिए स्थानीय गोताखोरों को बुलाया गया है। 3 घंटे के बाद राजा कुमार का शव बरामद हुआ है, जबकि दो भाई बहन के शव बरामदगी के लिए प्रयास किया जा रहा है।

किऊल हरोहर नदी के पास उमड़ी ग्रामीणों की भीड़।

किऊल हरोहर नदी के पास उमड़ी ग्रामीणों की भीड़।

मृतक के पिता सुबोध सिंह ने बताया कि भगना और भगनी के शादी में दिल्ली के महरौली से गांव आए थे। शादी समारोह संपन्न होने के बाद सपरिवार शनिवार को दिल्ली के लिए रवाना होने वाले थे। उनका टिकट भी हो गया था, लेकिन इस बीच दुखद घटना हो गई। मृतक के परिजन दिल्ली महरौली में मजदूरी का काम करता हैं। मृतक रोहित कुमार तीन भाई में सबसे छोटे था, जबकि खुशी कुमारी तीनों भाइयों में सबसे छोटी थी। राजा कुमार दो भाई है, जिसमे वह बड़ा था।

रोती-बिलखतीं परिवार की महिलाएं।

रोती-बिलखतीं परिवार की महिलाएं।

थानाध्यक्ष राजकुमार साहू ने बताया कि रामचंद्रपुर गांव के चार भाई बहन किऊल नदी में स्नान करने गए थे, जिसमे दो भाई-बहन और एक अन्य चचेरे भाई की डूबकर मौत हो गई है। एक अन्य अंकित कुमार स्नान करने के दौरान डूबते-डूबते बच गया। उन्होंने कहा कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा राजा कुमार का शव बरामद कर लिया गया है। दो अन्य भाई-बहन को शव बरामद करने के लिए गोताखोर का सहारा लिया जा रहा है। परिजनों के बीच इस दुर्घटना के बाद कोहराम मचा हुआ है और पूरा गांव मातम में डूबा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि घटनास्थल के समीप दो साल के अंदर छह लोगों की डूबने से मौत हो गई थी। घटनास्थल किऊल हरोहर नदी के उस पार रामचंद्रपुर गांव का पशुपालकों का बथान और खेती बारी होती है। यहां के लोग जान जोखिम में डालकर प्रत्येक दिन आवाजाही करते है। अभी नदी में पानी का तेज धार का बहाव हो रहा है।

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