Home Bihar पहले थी शादी की तैयारी, अब मची चीख-पुकार: बहन बोली-वही साथ दे रहा था हमारा, अब कौन? शादी का कार्ड बांटने में ही हुई मौत

पहले थी शादी की तैयारी, अब मची चीख-पुकार: बहन बोली-वही साथ दे रहा था हमारा, अब कौन? शादी का कार्ड बांटने में ही हुई मौत

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पहले थी शादी की तैयारी, अब मची चीख-पुकार: बहन बोली-वही साथ दे रहा था हमारा, अब कौन? शादी का कार्ड बांटने में ही हुई मौत

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गोपालगंज25 मिनट पहले

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मृतक की फाइल फोटो। - Dainik Bhaskar

मृतक की फाइल फोटो।

गोपालगंज के बरौली थाना इलाके के देवापुर गांव निवासी शिवजी चौधरी का 20 वर्षीय बेटा अनिल चौधरी अपने घर का एकलौता कमाऊ पुत्र था। उसकी मौत के बाद मां-बाप और बहन की आंखो के आंसू थम नहीं रहे थे। जिस घर में शादी की तैयारियां चल रही थी, घर में महिलाए मंगल गीत गा रही थी, उस घर में चीखपुकार मची हुी है। शादी की खुशियां मातम में तब्दील हो गई हैं।

शादी में देने के लिए रखा सामान देखकर उसकी बहन नेहा लगातार रो रही थी। एक तरफ पिता खामोश होकर गहरी सोच में पड़े थे, मानों उनके आंखो के आंसू सूख गए हों। वहीं मां देवांति देवी घर के दरवाजे पर बैठकर लगातार आंसू बहा रही थी। आसपास की महिलाएं उन्हें ढांढस बंधा रही थी।

मृतक की बहन के चीत्कार मारकर रोते देख हर किसी की आंखों से आंसू छलक रहे थे। जिस बहन की शादी के लिए अनिल दस दिन पहले दिल्ली से घर आया था, उसने बताया कि तीन बहनों के बीच में एकलौता मेरा भाई था। उसके सिवा हमारा कोई नहीं। मेरे पिता बीमार हैं, मां हार्ट की मरीज है, वह मर सकती है। एक ही मेरा भाई था, जो हमलोगों का साथ दे रहा था, अब वह भी नहीं है। अब हमलोगों का कौन साथ देगा। अब कुछ दिखाई नहीं दे रहा। मेरी शादी से मेरा भाई काफी खुश था। इतना कुछ किया, लेकिन हमने उसके लिए कुछ नहीं किया। उसने हमें इतनी खुशी दी और वह खुशियां देकर चला गया। मेरा भाई मेरे ससुराल वालों से बोला था कि जब मेरी बहन ससुराल चली जाएगी तो मैं खाना बनाकर खा लूंगा। कपड़ा भी खुद साफ कर लूंगा। मैंने भी कहा था कि मैं अपने भाई को नहीं छोडूंगी। लेकिन वह ही हमें छोड़ कर चला गया।

उसने बताया कि मेरे भाई की इच्छा थी कि मेरी शादी धूमधाम से करने के बाद अपनी शादी करूंगा। ताकि मम्मी-पापा को खाना-पीना में कोई दुख ना हो।

मां देवांति देवी ने बताया कि एक ही बेटा था, जो हमलोगों की देखभाल करता था। पति का पैर टूट जाने के बाद घर का पूरा खर्चा वही उठा लिया था। बहन की शादी के लिए वह काफी खुश था। अब हमलोग बेसहारा हो गए हैं। यह कहते ही देवांति फफक-फफक कर रोने लगती है।

बता दें कि अनिल चौधरी दिल्ली में रहकर बुनाई का काम करता था। इस साल इंटर की परीक्षा दिया था और सेकेंड डिवीजन से पास हुआ था। मां और पिता बीमार रहते हैं। तीन बहनों में एक बड़ी बहन की शादी मांझा थाना क्षेत्र के आलापुर गांव निवासी अजय कुमार से हुई थी। दूसरी बहन की शादी 21 तारीख को होने वाली थी।

इसी बीच वह अपने जीजा अजय के साथ बुलेट पर सवार होकर यूपी के तमकुही अपनी बुआ के घर जा रहा था। इसी बीच कुचायकोट थाना क्षेत्र के भठवा ओवरब्रिज के समीप एनएच-27 पर अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आने से दोनों घायल हो गए।

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