पटना6 मिनट पहले
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मैनेजर सुसाइड मामले की जांच करती पुलिस।
दानापुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर अखिलेश कुमार ने पटना जंक्शन के पास के होटल सिटी सेंटर में आत्महत्या कर ली। वे कंकड़बाग के इंदिरानगर के रहने वाले थे। होटल के कमरे से पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। उसमें उन्हाेंने गाजियाबाद के इंदिरापुरम के वार्ड पार्षद कपिल त्यागी, वीरेण भारद्वाज और आनंद की प्रताड़ना से तंग आकर सुसाइड करने की बात लिखी है।
शुक्रवार को वे घर से यह बोलकर निकले थे कि बैंक जा रहे हैं। जब देर रात तक घर नहीं पहुंचे तब परिजनों ने कंकड़बाग थाने में उनकी गुमशुदगी का सनहा दर्ज कराया था। बैंक मैनेजर शुक्रवार की दोपहर होटल पहुंचे थे। वहां उन्होंने गाजियाबाद का पहचान पत्र जमा किया था। होटल कर्मियों को बताया था कि किसी काम से पटना आए हैं। होटल कर्मियों ने बताया कि उन्हाेंने पांचवें तल्ले पर किनारे का कमरा लिया था।
शनिवार को जब चेकआउट के समय होटलकर्मियों ने फोन किया ताे उन्हाेंने नहीं उठाया। तब छानबीन की गई। कमरा अंदर से बंद था। इसके बाद कोतवाली थाने को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस पहुंची और कमरा खोला गया तो बैंक मैनेजर फांसी के फंदे से झूलते मिले।
सुसाइड नाेट में लिखा…पैसा देने का बना रहे थे दबाव
सुसाइड नाेट में उन्होंने लिखा है कि वे नोएडा सेक्टर 22 में 2013 से 2017 तक मैनेजर थे। वहां वीरेण भारद्वाज ने गलत कागजात को मॉर्गेज कर लोन ले लिया था। हमने गलती यह की थी कि कागजात की जांच-पड़ताल नहीं की थी। बाद में कपिल त्यागी और आनंद ने उन पर केस दर्ज करा दिया था। कपिल उन पर आनंद को एनपीए के तहत पैसा देने का दबाव बना रहा था। इससे परेशान चल रहे थे। उन्होंने लिखा है कि मेरे सीनियर मुझे माफ करेंगे। मैंने जान बूझकर कोई गलती नहीं की है। उन्होंने मां, पत्नी, भाई और बच्चों से भी माफी मांगी है।