बगहा7 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
भास्कर ने आज ही यह खबर चलाई थी।
दैनिक भास्कर की खबर बगहा के अस्पताल में एक डॉक्टर कर रहे सबका इलाज का असर 4 घंटे में ही शुरू हो गया है। अनुमंडलीय अस्पताल प्रशासन रोस्टर को लगातार बदलने में जुट गया है। शनिवार को जिस रोस्टर पर काम हो रहा था, खबर चलने के बाद उस रोस्टर को आनन-फानन में बदला गया। लेकिन कुछ ही समय बाद इस रोस्टर को फिर से चेंज कर दिया गया और दूसरा रोस्टर बना दिया गया। अचानक हो रहे इस बदलाव से सभी लोग अचंभित हैं।
लोगों में इस बात को लेकर चर्चा है कि कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है। तैयारी की बात चल रही है। सरकारी नियमानुसार डॉक्टरों को कार्यक्षेत्र के सात किलोमीटर के दायरे में रहना है। लेकिन बगहा अनुमंडल अस्पताल में कार्यरत सभी डॉक्टर सैकड़ों किलोमीटर दूर रहते हैं।

एक ही दिनांक और पत्रांक से आज दो बार बनाया गया रोस्टर।पहले जारी किए गए रोस्टर में रविवार को दोपहर में डॉ. चंदन कुमार की ड्यूटी लगाई गई, जो रक्सौल में रहते हैं।
क्यों बदला गया रोस्टर
पुराने रोस्टर के अनुसार रविवार के दिन जिन डॉक्टरों की ड्यूटी थी, उसमें से ज्यादातर अनुमंडल से सैकड़ों किलोमीटर दूर रहते हैं। ऐसी स्थिति में वे सभी 8:00 बजते बजते अनुमंडल नहीं पहुंचेंगे। इसलिए आनन-फानन में रोस्टर का बदलाव किया गया है। इस नए रोस्टर में वैसे लोगों को रखा गया है जो अनुमंडल में ही रहते हैं। हालांकि नए रोस्टर के अनुसार चंचलबाला दूर से आती हैं, जिन्हें दूसरे शिफ्ट में रखा गया है।

रविवार के लिए बाद में जारी किया गया रोस्टर। इसमें डॉ. चंदन कुमार को ड्यूटी से हटा दिया गया।
दो बार बनाया गया रोस्टर
खबर चलने के बाद अनुमंडल प्रशासन में सुगबुगाहट होने लगी। जिसके बाद आनन-फानन में रोस्टर बनाया गया। इस रोस्टर में 2 डॉक्टर ऐसे थे जो दूर से आने वाले थे। फिर से इस रोस्टर को बदला गया और उसी दिनांक और पत्रांक को देखकर फिर दूसरा रोस्टर बनाया गया। इस रोस्टर के अनुसार रविवार को ऐसे डॉक्टर की ड्यूटी दी गई जो कि अनुमंडल में मौजूद हैं।