नई दिल्ली: भारत के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (सौरव गांगुली) को छाती में दर्द के कारण वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि अब वो भ्रम से बाहर हैं। गांगुली की एंजियोप्लास्टी की गई है और उनकी तबियत अब स्थिर है।
वहीं सौरव गांगुली कोरोनावायरस से संक्रमित नहीं पाए गए हैं। एक डॉ ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘गांगुली की कोविद -19 जांच रिपोर्ट में उनके योग्य नहीं होने की पुष्टि हुई है’।
हार्ट में दो क्रिटिकल ब्लॉकेज थे
सौरव गांगुली (सौरव गांगुली) अपने घर में बने जिम में वर्कआउट कर रहे थे और इसी दौरान उन्हें चक्कर आया और फिर उन्होंने ब्लैकआउट की शिकायत की। उन्होंने अपने परिवार के डॉक्टर को बुलाया जिन्होंने उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। अस्पताल लाने के बाद उनका एलजी टेस्ट किया गया।
वुडलैंड्स अस्पताल की डॉ। रूपाली बसु और डॉ। सरोज मंडल ने जानकारी दी है कि उनके हार्ट में दो ब्लॉकेज थे, जो क्रिटिकल थे ‘। राहत की बात है कि उनकी तबियत स्थिर है।
सौरव गांगुली की एंजियोप्लास्टी हुई है। वह अब स्थिर है। उस पर 24 घंटे नजर रखी जाएगी। वह पूरी तरह से होश में है। उनके दिल में दो रुकावटें हैं जिनके लिए उनका इलाज किया जाएगा: डॉ। आफताब खान, वुडलैंड्स अस्पताल, कोलकाता। pic.twitter.com/ackcaGwJKu
– एएनआई (@ANI) २ जनवरी २०२१
उनकी एंजियोप्लास्टी भी हो गई है और अब घबराने की कोई बात नहीं है, गांगुली पूरी तरह होश में हैं। हालांकि अभी भी उन पर 24 घंटे का नजरिया रखा जाएगा।
‘महान’ कप्तान सौरव गांगुली थे
सौरव गांगुली (सौरव गांगुली) ने करियर में 113 टेस्ट, 311 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उनके नाम वनडे में 11,363 और टेस्ट करियर में कुल 7,212 रन दर्ज हैं। इतना ही नहीं, वनडे क्रिकेट में उन्होंने 100 विकेट भी लिए हैं जिसमें 2 बार 5 विकेट भी शामिल हैं।
गांगुली को भारतीय टीम के महान कप्तानों में गिना जाते हैं। उन्होंने भारत के लिए 49 टेस्ट और 147 वनडे मैचों में कप्तानी की है। उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने कई मुकाम हासिल किए। 1983 के बाद 2003 में विश्व कप के फाइनल तक टीम इंडिया गांगुली की कप्तानी में पहुंची थी।
वहीं इंग्लैंड के खिलाफ 2002 में भारत ने नेट वेस्ट सीरीज अपने नाम की थी और उसके बाद गांगुली ने लॉर्ड्स की बालकनी में अपनी शर्ट उतारकर हवा में लहराई थी।