Home Bihar अतिथि शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास लेने से रोका: गर्मी की छुट्‌टी का वेतन इन्हें नहीं देने का है प्रावधान, छात्रहित में संघ ने कुलाधिपति को लिखा पत्र

अतिथि शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास लेने से रोका: गर्मी की छुट्‌टी का वेतन इन्हें नहीं देने का है प्रावधान, छात्रहित में संघ ने कुलाधिपति को लिखा पत्र

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अतिथि शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास लेने से रोका: गर्मी की छुट्‌टी का वेतन इन्हें नहीं देने का है प्रावधान, छात्रहित में संघ ने कुलाधिपति को लिखा पत्र

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पटनाएक घंटा पहले

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पटना विवि ने गर्मी की छुट्‌टी में अतिथि शिक्षकों से ऑनलाइन क्लास लेने पर रोक लगाई। - Dainik Bhaskar

पटना विवि ने गर्मी की छुट्‌टी में अतिथि शिक्षकों से ऑनलाइन क्लास लेने पर रोक लगाई।

पटना विश्वविद्यालय सहित बिहार के तमाम विश्वविद्यालय अपने यहां शिक्षकों की भारी कमी से परेशान हैं। राजभवन और शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार विश्वविद्यालयों ने अपने यहां सुचारू रूप से कक्षा संचालित करने के लिए अतिथि शिक्षकों की भर्ती तो कर ली, लेकिन अब उनको मई माह में क्लास लेने से रोक दिया गया है। दूसरी तरफ रोक हटाने के लिए अतिथि शिक्षक संघ ने कुलाधिपति को पत्र लिखा है।

शिक्षा विभाग की उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी ने पटना विश्वविद्यालय के कुलसचिव को जारी पत्र में कहा है कि पटना विश्वविद्यालय के संबंध में सूचना मिल रही है कि ग्रीष्मावकाश में नियमित एवं अतिथि शिक्षकों द्वरा ऑनलाइन पढ़ाई प्रारंभ की जा रही है। ग्रीष्मावकाश में नियमित शिक्षकों के द्वारा ही अध्यापन कार्य कराया जाए। यह पत्र पटना विश्विद्यालय के साथ ही अन्य विश्वविद्यालय को भी भेज दिया गया है। अब एक-एक कर सभी विश्वविद्यालय मई माह में अतिथि शिक्षकों से क्लास लेने पर रोक लगा रहे हैं। जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा ने भी पत्र जारी कर दिया कि नियमित शिक्षक ही ऑनलाइन क्लास लेंगे।

यह है पेंच का बड़ा कारण और शिक्षा विभाग की मजबूरी
राजभवन ने कोरोना की भयावह स्थिति को देखते हुए गर्मी की जून माह में होने वाली छुट्टी, एक माह पहले कर दी है। यानी अब गर्मी छुट्टी एक मई से 31 मई तक है। पहले से यह प्रावधान है कि गर्मी की छुट्टी में अतिथि शिक्षक को वेतन नहीं दिया जाएगा। इसी प्रावधान के तहत अतिथि शिक्षकों के गर्मी छुट्टी में क्लास लेने पर रोक लगाई गई है। इससे उन्हें इस माह का वेतन भी नहीं देना पड़ेगा।

मुश्किल क्या हो रही है
अतिथि शिक्षकों के ऑनलाइन क्लास लेने पर रोक लगाने के बाद कई विश्वविद्यालयों के कॉलेजों में समस्या यह आने लगी है कि क्लास लेने वाला कोई दूसरा शिक्षक है ही नहीं। कई कॉलेजों में विषय को पढ़ाने वाले एक ही शिक्षक हैं और वे अतिथि शिक्षक हैं। ऐसे में छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। पढ़ाई बाधित होगी तो परीक्षाएं कैसे दे पाएंगे?

संघ ने कुलाधिपति को लिखा पत्र, कॉपी CM को भी भेजी
बिहार राज्य विश्वविद्यालय अतिथि प्राध्यापक संघ ने राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान से मांग की है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सभी अतिथि सहायक प्राध्यापकों के द्वारा की जा रही ऑनलाइन क्लास को मई 2021 में भी छात्रहित में जारी रखने के लिए अनुमति प्रदान करने की कृपा करें। इससे इस कोरोना काल में जीविकोपार्जन के साथ-साथ छात्रों का अध्यापन भी सुचारू रूप से चल सके।

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