Home Bihar अबकी होली गले नहीं मिलें, आंखों का ध्यान रखें: सुरक्षित होली कैसे खेलें, बता रहा भास्कर; मौसम भी बदल रहा, बच्चों-बुजुर्गों का खास ध्यान रखें

अबकी होली गले नहीं मिलें, आंखों का ध्यान रखें: सुरक्षित होली कैसे खेलें, बता रहा भास्कर; मौसम भी बदल रहा, बच्चों-बुजुर्गों का खास ध्यान रखें

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अबकी होली गले नहीं मिलें, आंखों का ध्यान रखें: सुरक्षित होली कैसे खेलें, बता रहा भास्कर; मौसम भी बदल रहा, बच्चों-बुजुर्गों का खास ध्यान रखें

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पटना15 घंटे पहले

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  • एक दिन में रंग छुड़ाने की जिद्द न करें, रंग धीरे-धीरे छूट जाएंगे
  • बाहर निकलें तो मास्क पहनें, घर लौटें तो सेनेटाइजर लगाएं

कोरोना फिर से पांव पसारने लगा है। इसे देखते हुए बिहार में होली मिलन समारोह पर सरकार की ओर से रोक लगी हुई है। होली आप घर में मना रहे हों तो भी सावधानी बरतें। परिवार के अंदर भी होली हिफाजत के साथ मनाएं। जिन्हें रंगों से एलर्जी है, उन्हें रंग-अबीर नहीं लगाएं। बिहार में होली खेलने के लिए लोग रंग-अबीर के अलावा और भी कई चीजों का इस्तेमाल करते हैं। कई जगह गंवई होली खेली जाती है। लोग मिट्टी, कीचड़, गोबर भी लगाते हैं। धूल भी उड़ाई जाती है। कई जगह लोग पोटीन (एक तरह का वार्निश) का भी इस्तेमाल करते हैं, जो एक तरह का केमिकल होता है। ये सारी चीजें सेहत के लिए घातक हैं, क्योंकि इनसे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। ऐसे में होली खेलने के दौरान संक्रमण से कैसे बचें, आंख, नाक और कान में इन घातक चीजों को जाने से कैसे रोकें इन्हें जानना बहुत जरूरी है। इसको जानने- समझने के लिए भास्कर ने पटना के कुछ डॉक्टरों से बात की।

कोरोना से बचाव बड़ी चुनौती, मौसम भी बदल रहा इसलिए एलर्ट रहें
PMCH के सीनियर चिकित्सक डॉ. राजीव कुमार सिंह बताते हैं कि इस बार होली में लोगों से गले नहीं मिलें। कोरोना से बचाव करना सबसे बड़ी चुनौती है। वे कहते हैं कि मौसम भी बदल रहा है। इस समय लोगों को सर्दी, बुखार, खांसी की शिकायत हो रही है। बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखें। जिन्हें दमा की शिकायत है उन्हें ज्यादा चौकन्ना रहना है। खान-पान पर विशेष ध्यान रखें। ताजा पकवान खाएं। तेल-घी का प्रयोग कम से कम करें। जिन्हें डायबिटीज की शिकायत है वे पुए देखकर लालच में नहीं आएं। बाहर निकलें तो मास्क का उपयोग जरूर करें। घर लौटें तो सेनेटाइजर का उपयोग करें।

स्किन पर किसी तरह की एलर्जी हो जाए तो सबसे पहले पानी या बर्फ से धोएं

होली में रंग और अबीर से होने वाली किसी तरह की परेशानी से कैसे निबटें, इसके लिए भास्कर ने चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधांशु सिंह से बात की। वे बताते हैं कि रंग या अबीर से किसी तरह की एलर्जी होने पर सबसे पहले उसे धोकर हटाएं। स्किन पर दाने या रैसेज हो गए हैं तो अपने मन से ज्यादा दवाएं नहीं लें। लीवो सिट्रीजिन की एक गोली लें। स्किन के हिस्से को पानी से या बर्फ से साफ करें। होली के पहले बाल में तेल नहीं लगाएं। बाल में किसी ने अबीर डाल दिया हो तो उसे पहले सूखा ही झाड़ लें। इसके बाद माइल्ड शैम्पू से बालों को धोएं। एक दिन में एक बार ही बाल को धोएं। ज्यादातर लोग चाहते हैं कि एक बार में ही सारे रंग छुड़ा लें। यह ठीक नहीं है। यह जिद्द नहीं रखें। रंग धीरे-धीरे छूट जाएंगे। बालों को धोने के बाद इसकी जड़ों में नारियल तेल लगाएं।

आंख में अबीर चला जाए तो तुरंत पानी से धोएं, रगडे़ं हरगिज नहीं

IGIMS पटना के विभागाध्यक्ष डॉ. विभूति प्रसन्न सिन्हा का कहना है कि होली में आंखों की हिफाजत जरूरी है। संभलकर रंग खेलें। भरसक कोशिश करें कि हर्बल होली खेलें। आंख में अगर रंग या अबीर चला गया तो सबसे पहले उसे पानी से धोएं। तब तक पानी डालें जब तक आंखों से कण निकल नहीं जाएं। कण के निकल जाने के बाद Moxifloxacin या Ciprofloxacin की ड्रॉप आंख में एक बूंद दिन भर में तीन बार दें। यह ध्यान रखें कि आंख की रोशनी पर कोई असर अगर पड़ रहा है, दिखने में धुंधलापन आ रहा है तो तुरंत नजदीक के आंख रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। आंख को किसी स्थिति में मले या रगडे़ं नहीं।

अस्पताल में कोरोना को लेकर छुट्टियां रद्द हैं
इस बीच राजधानी पटना के अस्पतालों PMCH, NMCH, गार्डिनर रोड अस्पताल, लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल राजवंशीनगर आदि में भी इमरजेंसी सेवा उपलब्ध रहेगी। कोरोना की वजह से पहले ही हेल्थ वर्कर की छुट्टियां रद्द हैं। PMCH अधीक्षक डॉ. इंद्रशेखर ठाकुर ने बताया कि इमरजेंसी सेवा के साथ ही अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी।

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