Home Bihar अब बिहार में स्वास्थ्य के मुद्दे पर लड़ाई: कोरोना काल में आम लोगों की मिली पीड़ा का बदला, भाकपा-माले ने कहा- स्वास्थ्य के मुद्दे में फेल हुई सरकार के खिलाफ सूबे में बड़ा आंदोलन

अब बिहार में स्वास्थ्य के मुद्दे पर लड़ाई: कोरोना काल में आम लोगों की मिली पीड़ा का बदला, भाकपा-माले ने कहा- स्वास्थ्य के मुद्दे में फेल हुई सरकार के खिलाफ सूबे में बड़ा आंदोलन

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अब बिहार में स्वास्थ्य के मुद्दे पर लड़ाई: कोरोना काल में आम लोगों की मिली पीड़ा का बदला, भाकपा-माले ने कहा- स्वास्थ्य के मुद्दे में फेल हुई सरकार के खिलाफ सूबे में बड़ा आंदोलन

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पटनाएक घंटा पहले

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माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य लोगों को संबंधित करते हुए। - Dainik Bhaskar

माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य लोगों को संबंधित करते हुए।

कोरोना काल में आम आदमी की पीड़ा किसी से नहीं छिपी है। कोई ऑक्सीजन के लिए तड़प रहा था तो कोई एक बेड के लिए दम तोड़ रहा था। एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं होने से कई लोगों ने घर में दम तोड़ दिया। बिहार के आम लोगों की इस पीड़ा को लेकर भाकपा-माले आंदोलन की रणनीति तैयार कर रहा है। शुक्रवार को आयोजित जनकन्वेंशन में स्वास्थ्य के मुद्दे को लेकर बड़ी लड़ाई के लिए रूपरेखा तैयार की गई है। स्वास्थ्य को मुद्दा बनाकर आंदोलन करना है माले विधायक कुणाल का कहना है कि कोरोना काल में सरकार ने हमें जो पीड़ा पहुंचाई है, उसका बदला लेना है और स्वास्थ्य को मुद्दा बनाकर आंदेलन करना है।

विधायक कुणाल ने कहा कि लोगों को मुआवजा मिले और इस तरह के जनंसहार न हों, इसके लिए हमें हर स्तर पर तैयार रहना है। शुक्रवार को हेल्थ को लेकर जारी बुकलेट व फिल्म को आंदेलन की सामग्री बताया है। इसे आंदोलन खड़ा करने का बड़ा हथियार भी बताया है। माले का आह्वाहन है कि इसे व्यापक पैमाने पर शेयर किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य के साथ शिक्षा को लेकर भी सरकार को घेरा डॉ. सत्यजीत ने कहा कि शिक्षा व स्वास्थ्य किसी भी देश के लोगों की बुनियादी जरूरत है।

विधायक कुणाल का कहना है कि कई देशों में रिमोट एरिया तक में यह व्यवस्था बहुत बेहतर है, लेकिन हमारे यहां लगातार निजी हाथों में यह व्यवस्था जा रही है। स्वास्थ्य पर बजट का 6 प्रतिशत खर्च होना चाहिए। स्वास्थ्य के साथ साथ शिक्षा भी गर्त में जा रही है, जिससे लोगों की सेहत और शिक्षा दोनों प्रभावित हो रही है।

भाकता माले नेता पीएनपी पाल ने कहा कि आज देश में शिक्षा-स्वास्थ्य-ट्रांसपोर्ट इत्यादि को लेकर सभी सरकार का एक ही कांसेप्ट पर काम कर रही है। कॉरपोरट को बढ़ावा दिया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता अनुराधा कुमारी, सुरेश चंद्र सिंह, आशा कार्यकर्ताओं की नेता शशि यादव, विधायक मनोज मंजिल ने भी अपने रखे। जनकन्वेंशन का संचालन ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी करते हुए कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा की लड़ाई से ही समाज को दिशा मिल पाएगी।

माले विधायक दल कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, डॉ. सत्यजीत सिंह, आइएमए के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. पीएनपी पाल, पर्यावरण कार्यकर्ता रंजीव कुमार, माले के राज्य सचिव कुणाल, समकालीन लोकयुद्ध के संपादक संतोष सहर आदि ने संयुक्त रुप से बुकलेट का लोकार्पण किया। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वेदश भट्टाचार्य, प्रभात कुमार, महबूब आलम, मनोज मंजिल, अमर, मीना तिवारी आदि भी उपस्थित रहे।

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