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पटना12 मिनट पहले
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पटना के बिहटा स्थित आईआईटी पटना में साइबर फ्रॉड को रोकने और जूम जैसे नए एप्लिकेशन तैयार करने के लिए पटना आईआईटी ने हिंदुस्तान की नामचीन सॉफ्टवेयर कंपनी रोइनेट के साथ एक समझौता पत्र पर करार किया है। जिसमें आनेवाले दिनों में मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए बैंक खाते से झूठा झांसा देकर रुपए निकालने वाले लोगों की पहचान हो सकेगी।
वहीं इंटरपेनयूर के क्षेत्र में ज़ूम जैसे चाइनीज ऐप को छोड़कर उससे भी बढ़िया एक अपना ऐप बनाने पर भी काम चल रहा है। जो बहुत जल्द हीं आईआईटी के रिसर्चर के द्वारा इसे सूचना तकनीकी के बाजार में लाया जायेगा। जो भारत का अपना ऐप होगा। गुरुवार को आईआईटी पटना के सीनेट हॉल के परिसर में स्टूडेंट, फैकल्टी और डायरेक्टर के समक्ष रोइनेट के सी ई ओ और सिंगापुर के सॉफ्टवेयर इंजिनियर डॉ लिम चोंग पुन ने भी आईआईटी के स्टूडेंट्स को संबोधित किया और ऐसे खोज की सराहना की। डॉ लिम रोइनेट के प्रोमोटर के तौर पर यहां आए थे।
पटना आईआईटी के डायरेक्टर प्रो टीएन सिंह ने बताया कि इस तरह के एमओयू से यहां के छात्रों के साथ होनेवाले अन्य स्टार्टअप को भी बढ़ावा मिलेगा। कुछ नई बात सीखने को मिलेगा। वहीं कंपनी के सलाहकार जयकांत सिंह ने बताया कि किसी एकेडमिक कॉलेज में किसी सॉफ्टवेयर कंपनी के साथ यह देश मे यह पहला करार हुआ है । जिसमें स्टूडेंटड्स को उनके इनोवेशन के लिए प्लेटफार्म मिलेगा।
बिहार में अबतक ग्यारह हजार लोगों को रोजगार दिया हूं। बिहार को चुनने का मेरा एक ही मकसद है। यहां के लोगों कुछ करने के लिए सक्षम है। लेकिन सही मार्ग दर्शन की जरूरत है। बिहार के ही लोग बाहर जाकर दूसरे देशों का नाम रौशन करते हैं।
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