[ad_1]
जमुई19 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
भीम साइकिल चलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का अथक प्रयास कर रहे हैं।
जमुई के गिद्धौर प्रखंड क्षेत्र के मौरा गांव के रहने वाले 70 साल के भीम मेहता का साइकिल प्रेम किसी से छुपा नहीं है। इन्होंने आज तक किसी दूसरे गाड़ी का उपयोग नहीं किया है। 70 वर्ष की उम्र होने के बाद भी इनका साइकिल के प्रति प्यार और दीवानगी पूरे जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
भीम मेहता साइकिल चलाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का अथक प्रयास कर रहे हैं। वो आज 3 अप्रैल से गिद्धौर के दुर्गा मंदिर के परिसर में 105 घंटे लगातार साइकिल चलाएंगे।
भीम मेहता को कई सारे प्रशस्ति पत्र भी मिले हैं।
भीम मेहता बताते हैं कि 18 साल की उम्र में देवघर के एक सिनेमा हॉल में हिंदी फिल्म ‘शोर’ देखने गए थे। फिल्म के हीरो मनोज कुमार को साइकिल चलाते देखा था जिसमें वह अपने गूंगे बच्चे के इलाज के लिए साइकिल चलाए थे। मनोज कुमार के द्वारा फिल्म में साइकिल चलाने की अदाओं को अपनी रियल लाइफ में उतार लिया और पूरी लाइफ साइकिल चलाने का मन बना लिया।
भीम मेहता लगभग 5 दशक से साइकिल से यात्रा कर रहे हैं, सिर्फ नाम कमाने के लिए। कितने भी लंबी दूरी हो साइकिल का ही उपयोग करते हैं। भीम मेहता की मानें तो उन्होंने अपने जीवन में सबसे अधिक 122 घंटे और 17 मिनट तक लगातार साइकिल चलाई है। भीम मेहता को कई सारे प्रशस्ति पत्र भी मिले हैं।
भीम वैसे तो मूल रूप से बांका के रहने वाले हैं, जिनकी शादी जमुई के मौरा गांव में हुई थी। सास-ससुर के अलावे और कोई सदस्य नहीं होने के कारण वह अपने ससुराल में ही बस गए और जमुई के होकर रह गए। भीम मेहता ने बताया कि साइकिल चलाने को लेकर कई सारे विश्व रिकॉर्ड दर्ज हैं। वह चाहते हैं कि मरने से पहले लंबे समय तक साइकिल चलाते रहने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लें।
[ad_2]
Source link