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पटनाएक घंटा पहले
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पब्लिक की भीड़ चिराग पासवान को देखने और उनकी बातों को सुनने के लिए उमड़ रही है।
लोकजनशक्ति पार्टी के मुखिया चिराग पासवान ने 5 जुलाई से जिस आर्शीवाद यात्रा की शुरुआत हाजीपुर से की थी, वो अब अपने 8वें चरण में पहुंच गई है। आज चिराग कैमूर और रोहतास जिले में हैं। शुक्रवार को अरवल और औरंगाबाद जिले में थे। इस यात्रा के शुरुआत से ही पब्लिक की भीड़ चिराग पासवान को देखने और उनकी बातों को सुनने के लिए उमड़ रही है। यह हाल उन सभी जगहों पर देखने को मिला जहां-जहां आशीर्वाद यात्रा के दौरान चिराग पहुंचे। अब इनकी पार्टी दावा कर रही है कि इस पब्लिक की भीड़ को देख सत्ताधारियों की नींद उड़ गई है।
आम जनमानस नजरिया चिराग पासवान को लेकर बदलने लगा है
चिराग गुट की लोकजनशक्ति पार्टी मानने लगी है कि भीड़ बिहार में बदलाव के संकेत दे रही है। आने वाले दिनों में इसक बड़ा असर देखने को मिलेगा। प्रदेश प्रवक्ता राकेश रौशन के अनुसार, आम जनमानस नजरिया चिराग पासवान को लेकर बदलने लगा है। आम लोग उनके करीब आने लगे हैं। यह देख कर विरोधी उनके यात्रा को विफल करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। इस देश की राजनीति में यह पहला मौका होगा जब सत्ताधारी दल जनता का कामकाज छोड़ कर अपनी सरकार, अपने मुख्यमंत्री के खिलाफ जनता के बीच शक्ति प्रदर्शन का नाटक कर रही हो। रुपए देने के बाद भी जदयू नेताओं की स्वागत रैलियों में भीड़ नहीं जुटी। जबकि, इसके लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग किया गया। बावजूद इसके पब्लिक मंत्रियों, सत्ता में बैठे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संसदीय बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष के शक्ति प्रदर्शन में आम लोग मौजूद नहीं रहे।
आरोप- सत्ताधारी दलों के नेता सिर्फ चिराग पासवान को टारगेट कर रहे हैं
राकेश रौशन का आरोप है कि सत्ताधारी दलों के नेता सिर्फ चिराग पासवान को टारगेट कर रहे हैं। उन्हें कमजोर करने की कोशिशों में लगे हैं। बिहार में पहली बार किसी युवा नेता को कमजोर करने के लिए सारे दल हाथ धोकर पर गए है। जिसे जनता ने अपने प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है। जब-जब जनता अपने घरों से निकली है, तब-तब सत्ता का बदलाव करके ही मानी है। बिहार की राजनीति में पिछले 30 वर्षो में चिराग पासवान की तरह किसी युवा नेता का उदय नही हुआ है। आशीर्वाद देने के लिए जनता स्वतः अपने घरों से निकलकर उनके साथ चल रही है।
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