[ad_1]
Indian Oil Corporation News: पब्लिक सेक्टर की ऑयल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) का शेयर मंगलवार को चढ़कर 52 हफ्ते के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया. मंगवार सुबह 104.26 रुपये पर खुला या शेयर शाम के समय 108.12 रुपये पर बंद हुआ. कारोबारी सत्र के दौरान यह 52 हफ्ते के रिकॉर्ड लेवल 108.59 पर पहुंच गया. यह शेयर का पिछले 52 हफ्ते का सबसे अपर लेवल है. दरअसल, इंडियन ऑयल ने केजी-डी6 से निकलने वाली गैस के लिए लगी नीलामी में रिलायंस इंडस्ट्रीज और बीपी के गठजोड़ की तरफ से पेश नेचुरल गैस का एक तिहाई से ज्यादा हिस्सा हासिल कर लिया है.
पिछली दो नीलामी में भी बड़े बोलीदाता रही
सूत्रों से मिली इस जानकारी के आधार पर आईओसीएल के शेयर में तेजी देखी गई. इस ब्लॉक से पिछले सप्ताह नीलाम हुई 40 लाख मानक घन मीटर गैस में से आईओसी को रोजाना 14.5 लाख मानक घन मीटर गैस मिली. तेल शोधन और मार्केटिंग कंपनी आईओसी इस ब्लॉक से गैस की पिछली दो नीलामी में भी बड़े बोलीदाता थी. उसने इस बार उर्वरक संयंत्रों एक ‘एग्रीगेटर’ के रूप में बोली लगाई. मामले की जानकारी रखने वाले दो सूत्रों ने कहा कि टॉरेंट गैस और गुजरात गैस जैसी शहरी गैस वितरण कंपनियों ने वाहनों को सीएनजी की बिक्री और घरों तक पाइप से रसोई गैस पहुंचाने के लिए कुल 22.1 लाख मानक घन मीटर गैस का अधिकार हासिल किया है.
सूत्रों के अनुसार गुजरात गैस ने पांच लाख मानक घन मीटर, टॉरेंट गैस ने 4.5 लाख मानक घन मीटर, अडानी टोटल गैस लिमिटेड ने 2.9 लाख मानक घन मीटर, इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड और महानगर गैस लिमिटेड ने तीन लाख मानक घन मीटर गैस खरीद का अधिकार हासिल किया है. इस नीलामी में गैस खपत वाले सभी क्षेत्रों- उर्वरक, शहरी गैस वितरण, रिफाइनरी और ‘एग्रीगेटर्स’ ने शिरकत की. कुल 38 सफल बोलीदाताओं ने 24 नवंबर को हुई इस नीलामी के माध्यम से गैस हासिल की.
रिलायंस और उसके ब्रिटिश साझेदार बीपी के गठजोड़ ने कृष्णा गोदावरी बेसिन ब्लॉक से 40 लाख मानक घन मीटर गैस की बिक्री के लिए यह नीलामी आयोजित की थी. इस नीलामी के तहत एक दिसंबर से गैस आपूर्ति की जाएगी. इस गठजोड़ ने इस साल अप्रैल में भी 60 लाख मानक घन मीटर गैस की बिक्री की थी. यह गठजोड़ केजी-डी6 ब्लॉक में गैस क्षेत्रों से लगभग 2.9-3.0 करोड़ मानक घन मीटर का उत्पादन करता है. (इनपुट भाषा से भी)
[ad_2]
Source link