एलिजा रिपोर्ट पॉजिटिव आने से होती है पुष्टि: 100 से अधिक डेंगू मरीजों का हाे चुका है इलाज, पर सरकारी रिपोर्ट में शून्य

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एलिजा रिपोर्ट पॉजिटिव आने से होती है पुष्टि: 100 से अधिक डेंगू मरीजों का हाे चुका है इलाज, पर सरकारी रिपोर्ट में शून्य


भागलपुर28 मिनट पहले

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फाइल फोटो।

शहर में लगातार डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। अब तक सरकारी अस्प्तलों व निजी नर्सिंग होम में 100 से अधिक डेंगू मरीजों का इलाज हाे चुका है। लेकिन राज्य मुख्यालय भेजी जानेवाली सरकारी रिपोर्ट के हिसाब से इस सीजन में जिले में एक भी डेंगू मरीज अब तक नहीं मिला है।

यानी सरकार की नजर में भागलपुर अब तक डेंगू फ्री जिला है। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग एलिजा रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर ही किसी काे डेंगू का मरीज मान रहा है। इस जांच की सुविधा सिर्फ मेडिकल कॉलेज में माइक्रो बॉयोलॉजी विभाग के लैब में है।

लेकिन इसकी मशीन 4 माह से खराब है। डेंगू के लक्षण दिखने पर एनएस-1 किट से जांच की जाती है रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर डेंगू की दवा दी जाती है।

मशीन खराब रहने के कारण डेंगू काे कन्फर्म करने के लिए एलिजा टेस्ट काे सैंपल किसी भी सरकारी अस्पताल से मेडिकल कॉलेज नहीं भेजा जा रहा है। प्राइवेट अस्पताल ताे इस टेस्ट के लिए मेडिकल कॉलेज अपने मरीजों काे भेजते ही नहीं हैं। मायागंज अस्पताल में डेंगू के तीन मरीज भर्ती हैं।

मेडिकल कॉलेज में शहर का एकमात्र एलिजा टेस्ट मशीन है खराब

एनएस-1 किट से जांच पॉजिटिव आने पर दी जाती है दवा
मेडिकल कॉलेज के ही फारेंसिक मेडिसिन के एचओडी डा. संदीप लाल ने अपने तिलकामांझी हनुमान नगर रोड स्थित क्लीनिक में इस सीजन 10 से ज्यादा डेंगू मरीजों का इलाज किया है। इनमें से घोघो, रजौन, नवगछिया, बिहपुर व शहरी इलाके के मरीज थे। बिहपुर इलाके के एक मरीज दिल्ली में बीमार पड़ा था। यहां इलाज कराया। मायागंज अस्पताल में मेडिसिन विभाग के एसोसिऐट प्रोफेसर डा़क्टर हेमशंकर शर्मा के यूनिट में गोड्डा, दुमका, देवघर व अन्य जिलाें से आए करीब 11 मरीज एनएस-1 पॉजिटिव भर्ती हुए। लेकिन एलिजा टेस्ट किसी का नहीं हुआ।

उनके निजी क्लीनिक तिलकामांझी हटिया रोड में भी कई मरीज अाए। इसी विभाग के एसोसिऐट प्रो़ डॉ. राजकमल चौधरी के यूनिट में गुरुवार काे डेंगू एनएस-1 पॉजिटिव के तीन मरीज भर्ती हुए हैं। पटल बाबू रोड स्थित डॉ. डीपी सिंह के क्लीनिक में इस बार डेंगू के 5 मरीज आए। फिजिशियन डा. विनय झा के यहां भी 4 मरीजों का इलाज हुआ। तिलकामांझी हटिया रोड में डा. अमित आनंद के यहां 7 पॉजिटिव मरीज 20 दिन के अंदर आए हैं।

सदर अस्पताल के पैथालॉजी में तैनात टेक्नीशियन प्रेमानंद स्वामी खुद पॉजिटिव हाे गये, हालांकि अब वह ठीक होकर काम भी कर रहे हैं। बूढ़ानाथ आरके लेन में रहनेवाले नगर निगम के एक कर्मचारी की भाभी, भतीजा समेत 6 लाेग डेंगू पॉजिटिव हुए थे। निगमकर्मी देवेंद्र वर्मा ने बताया कि हमारे मुहल्ले में चार और मरीज डेंगू पॉजिटिव हैं।

प्राचार्य ने कहा, तुरंत ठीक कराएंगे एलिजा टेस्ट मशीन
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के माइक्रो बायोलॉजी विभाग के डा. अमित कुमार ने बताया कि एलिजा टेस्ट मशीन चार माह पहले ही यह खराब हुआ था। तीन दिन पहले प्राचार्य काे जानकारी दी है। प्राचार्य डा. उमाशंकर सिंह ने कहा कि मशीन काे तुरंत ठीक कराएंगे।

एक्सपर्ट व्यू
एनएस-1 पॉजिटिव काे डेंगू मानकर ही इलाज करना चाहिए। एलिजा टेस्ट कन्फर्म करने के लिए हाेता है। ऐसा नहीं है कि एनएस-1 काे पॉजिटिव नहीं मानेंगे। 7 दिन में छह डेंगू पॉजिटिव मेरे यहां भी जांच में मिला है।
डा. रविकांत मिश्रा, पूर्व एचओडी, पैथालाजी, विभाग

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