Home Bihar कांग्रेस का दावा-पेगासस जासूसी के शिकार हैं नीतीश कुमार: पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा-नीतीश कुमार ब्लैकमेल होकर डर से BJP की गोद में बैठ गए, इसी वजह से वे आज इतने लाचार

कांग्रेस का दावा-पेगासस जासूसी के शिकार हैं नीतीश कुमार: पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा-नीतीश कुमार ब्लैकमेल होकर डर से BJP की गोद में बैठ गए, इसी वजह से वे आज इतने लाचार

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कांग्रेस का दावा-पेगासस जासूसी के शिकार हैं नीतीश कुमार: पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा-नीतीश कुमार ब्लैकमेल होकर डर से BJP की गोद में बैठ गए, इसी वजह से वे आज इतने लाचार

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पटना2 घंटे पहले

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कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौर। - Dainik Bhaskar

कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता राजेश राठौर।

अब बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने दावा किया है कि नीतीश कुमार पेगासस जासूसी कांड में BJP के शिकार हुए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बेबस और लाचार मुख्यमंत्री हैं। इसी कारण बने हुए हैं, क्योंकि उनकी ही सहयोगी BJP ने उनकी जासूसी कर फोन टैप कर ली है।

कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन ने तो सीधे-सीधे यह आरोप लगा दिया कि BJP ऐसी जासूसी बहुत पहले से करती आ रही है और बिहार में महागठबंधन की सरकार को गिरने की प्रमुख वजह नीतीश कुमार के फोन को टैप करना ही माना। उन्होंने कहा कि पेगासस के इस्तेमाल से ही 2017 में महागठबंधन की सरकार को BJP ने गिराने के लिए नीतीश कुमार को मजबूर किया, क्योंकि नरेंद्र मोदी ने उससे ठीक पहले इजरायल की यात्रा की थी। नीतीश कुमार ब्लैकमेल होकर भयवश मजबूरी में BJP के गोद में बैठ गए।

महागठबंधन सरकार को गिराने में भी इस्तेमाल हुआ था जासूसी सॉफ्टवेयर
मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि BJP ने कर्नाटक और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को गिराने में भी इसी पेगासस जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया। BJP ने इस जासूसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सबसे पहले बिहार में महागठबंधन की सरकार को गिराने में भी किया है, इसकी भी जांच होनी चाहिए। 2019 के लोकसभा चुनावों को भी BJP ने इस सॉफ्टवेयर की मदद से प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि उच्च स्तरीय जांच बैठाकर नीतीश कुमार की भाजपाई निगरानी की जांच होनी चाहिए, क्योंकि नीतीश कुमार के जैसे स्वाभिमानी व्यक्ति को BJP के छोटे-छोटे नेता रोज अपमानित कर रहें हैं, बावजूद वो मुख्यमंत्री रहकर भी बर्दाश्त किस मजबूरी में कर रहें हैं?

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