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पटनाएक घंटा पहले
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पकड़ाया कुख्यात अपराधी विक्की राय।
25 मई की रात में बिहार STF और बेगूसराय की पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन को अंजाम दिया था। उस रात 50 हजार के इनामी और कुख्यात अपराधी विक्की राय को पकड़ने की कोशिश की थी। दोनों तरफ से 25 राउंड गोली चलने के बाद भी अंधेरे का फायदा उठा कर कुख्यात विक्की राय और उसके गैंग के अपराधी भाग निकले थे। बावजूद इसके बिहार STF की टीम ने हार नहीं मानी। टीम लगातार इस कुख्यात की तलाश में लगी हुई थी। आखिरकार सफलता मिल भी गई।
गिरफ्तारी में ह्युमन इंटेलिजेंस का इस्तेमाल
मुठभेड़ से 9वें दिन विक्की राय को STF ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। उसे लखीसराय जिले के चानन थाना के तहत धनवाह गांव से पकड़ा गया। इस गांव में विक्की राय का नानी घर है। मुठभेड़ की रात फरार होने के बाद से ये अपने ननिहाल में ही छिपा हुआ था। इस अपराधी तक पहुंचने के लिए ह्युमन इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया। गिरफ्तार करने के बाद STF के अधिकारियों ने इससे पूछताछ भी की। फिर इसकी निशानदेही पर बेगूसराय जिले के चकिया थाना के तहत चकबली गांव में छापेमारी की गई। वहां से .315 बोर की एक राइफल और एक मास्केट राइफ को बरामद किया गया।
15 अपराधियों का बना रखा है गैंग
विक्की राय मूल रूप से चकिया थाना के तहत ही सिमरिया के बिंद टोली गांव का रहने वाला है। इसने 15 अपराधियों का खुद का एक गैंग बना रखा है। हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी के कई केस इसके ऊपर दर्ज हैं। सिमरिया में पुल निर्माण में लगी कंस्ट्रक्शन कंपनी से भी इसने रंगदारी मांगी थी। 25 मई की रात हुई मुठभेड़ में इसके साथी अपराधी चुहवा को पुलिस की गोली लगी थी, जो छिपकर इलाज करा रहा था, जिसे बाद में STF ने बेगूसराय और समस्तीपुर जिले के बॉर्डर वाले इलाके बछवाड़ा से गिरफ्तार किया था।
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