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पटना13 मिनट पहले
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कोरोना काल में दो साल बाद मंगलवार को बिहार जगमग हो उठा। इस बार छठ महापर्व पर महा तैयारी है। पूरे सूबे में घाटों से लेकर घरों तक को सजाया गया है। शाम में खरना शुरू है, लोग एक-दूसरे के घर जाकर प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं।
पटना समेत तमाम शहरों और गांवों में लोग तैयारियों में जुटे हैं। वहीं, प्रशासन के लिए भी दोनों दिन इंतजाम करना काफी चुनौतीपूर्ण होने वाला है। शहर में हर तरफ खरीदारों की भीड़ लगी है। इस वजह से हर तरफ जाम लगा है। बुधवार को अस्ताचलगामी सूर्य और गुरुवार को उदयागामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
पटना में छठ पूजा को लेकर सजाई गई सड़क।
पटना सिटी में सजा छठ घाट।
10 मिनट पहले दिखेंगे इस बार सूर्यदेव
छठ के दौरान पिछले साल की तुलना में सूर्यदेव इस बार 10 मिनट पहले दिखेंगे। 2020 में छठ 20 और 21 नवंबर को था। तब सूर्यास्त 4:59 बजे और सूर्योदय 6:11 बजे हुआ था। इस बार सूर्यास्त 5:02 बजे और सूर्योदय लगभग 6 बजे होने के आसार हैं। इस दौरान 10 नवंबर को दिन का अधिकतम तापमान 26 से 29 डिग्री और 11 नवंबर की सुबह पारा 13 से 16 डिग्री के बीच होने के आसार हैं। सुबह कोहरा पड़ेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 48 घंटे के बाद हवा के रुख में परिवर्तन होगा।
भोजपुर में सड़क से लेकर घाट तक रंगीन लाइट लगाई गई है।
1002 NDRF और SDRF जवान जिलों में होंगे तैनात
महापर्व में संभावित आपदा की रोकथाम के लिए छठ घाटों पर पटना सहित विभिन्न जिलों में NDRF और SDRF के 1002 जवान तैनात रहेंगे। वे लगातार घाटों पर व घाटों के पास मोटर बोट से निगरानी करेंगे। आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने सभी जिलों के DM को छठ पर्व के दौरान नदी में निजी नाव का परिचालन बंद करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि पटना के घाटों पर बोट एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई। 13 घाटों पर मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है।
वैशाली में घाट तक जाने वाली सड़क पर हुई भव्य लाइटिंग।
हाजीपुर में सजाया गया छठ घाट।
जमुई में भी दिखी छठ घाट पर रंगीन छंटा।
सीतामढ़ी में घाट तक जाने वाले रास्ते को रंगीन बल्बों से सजाया गया।
औरंगाबाद में सूर्य मंदिर पर की गई सजावट।
रोहतास में घाट पर की गई शानदार लाइटिंग।
बेतिया में छट घाट पर की गई शानदार लाइटिंग।
रोहतास में सड़क पर की गई रंगीन लाइटिंग।
पटना की सड़कें कुछ इस तरह जगमग नजर आ रही हैं।
पूर्णिया के मधुबनी धोबिया टोला में घर के आंगन में ही तालाब बनाकर सजाया गया छठ घाट।
खगड़िया में सजाया गया छठ घाट।
जमुई में मंदिरों को आकर्षक रूप में सजाया गया।
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