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गोपालगंज21 मिनट पहले
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छरकी बांध।
जिले के बैकुंठपुर प्रखण्ड के सलेहपुर टंडसपुर छरकी बांध की मजबूती के लिए 13 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, ताकि बाढ़ के पूर्व बांध को मजबूत किया जा सके। इसको लेकर बाढ़ नियंत्रण और जल संसाधन विभाग युद्ध स्तर जुट गया है। विभाग द्वारा पहले से क्षतिग्रस्त स्टर्ड की मरमति और नए जियो ट्यूब स्टर्ड का निर्माण कराने की कवायद शुरू हो चुकी है। इससे नदी की धारा को मोड़ा जा सके और छरकी को बचाया जा सके।
गोपालगंज जिला बाढ़ प्रभावित जिला माना जाता है। बाढ़ की विभीषिका से यहां के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। 23 जुलाई 2021 की रात आई बाढ़ के कारण काफी कोहराम मचा था। बरौली के देवापुर में बांध टूटने से जिले के करीब ढाई लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे। दोबारा ऐसी नौबत ना आए उसको देखते हुए बाढ़ नियंत्रण व जल संसाधन विभाग द्वारा पूर्व से ही तैयारी शुरू कर दी गई है। बाढ़ नियंत्रण व जल संसाधन विभाग द्वारा जिले के अलग अलग 10 जगहों पर कार्य शुरू किया गया है।
बात करें मोहम्मदपुर प्रखंड के सलेहपूर टंडसपुर छरकी की तो यहां विभिन्न योजना के तहत एनएनटी डेवलपमेंट कंपनी द्वारा 20 स्टर्ड के रिपेयरिंग, 12 जगहों पर जिओ ट्यूब का निर्माण, 240 मीटर पर रेवेटमेंट और लगभग 50 मीटर सेलकटिंग का कार्य किया जा रहा है। बाढ़ नियंत्रण व जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता के साथ कई अधिकारियों द्वारा विभिन्न जगहों पर चल रहे एंटीजन कार्यों का निरीक्षण किया। साथ ही ठेकेदारों और जेई को कई दिशा निर्देश दिए। इस संदर्भ में बाढ़ नियंत्रण व जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अशोक रंजन से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि सलेमपुर टंडसपुर स्थित छरकी की मजबूती के लिए युद्धस्तर पर कार्य किए जा रहे हैं।
पूर्व में लगाए गए 79 स्टर्ड में से 20 स्टर्ड क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिन्हें जियो बैंक से सुरक्षित किया जा रहा है। इसके अलावा 12 जगहों पर जिओ ट्यूब स्टर्ड का निर्माण कराया जा रहा है। ताकि बांध पर नदी की दबाव न पड़े और नदी की धारा मुड़ सके उन्होंने बताया कि एंटीजन का कार्य पिछले 23 मार्च से शुरू हुआ है जिसे 15 मई तक हर हाल में पूरा कर लेना है। अब तक 40% कार्य पूरा हो चुका है। कुछ समस्याओं को लेकर कार्य थोड़ा विलंब से शुरू हुआ है लेकिन समय से कार्य को पूरा कर लिया जाएगा
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