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पटना8 मिनट पहले
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
- पुलिस ने 9 दिन में 3001 मामला दर्ज कर दिखाई शराब के खिलाफ चौकसी
बिहार में कथित जहरीली शराब से हुई लगभग 4 दर्जन मौत के बाद सरकार विपक्ष के सवालों से घिर गई है। शराबबंदी कानून पर सवाल खड़े कर सरकार से जवाब मांगा जा रहा है। विपक्ष ने तो शराब कांड की पड़ताल के लिए टीम तक बना दी है। ड्राई स्टेट में शराब के कारण सवालों में घिरी सरकार को बचाने में पुलिस भी एक्शन मोड में है। वह बड़ी-बड़ी कार्रवाई कर सरकार पर लग रहे शराब के दाग को धुलने में जुटी है। सीएम नीतीश कुमार भी मंगलवार को शराब पर समीक्षा के बाद बड़ा एक्शन ले सकते हैं। इस बीच बिहार पुलिस कार्रवाई के आंकड़ों से बचाव में जुटी है।
सवालों में शराबबंदी कानून
बिहार में शराबबंदी कानून पर पूर्व में भी सवाल खड़े किए गए हैं, लेकिन इस बार राज्य में हुई घटना ने मुश्किल बढ़ा दी है। बेतिया, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर सहित अन्य कई जिलों शराब कांड से बवाल मचा है। सरकारी कर्मचारियों के साथ गांव के सामान्य लोगों की शराब पीने के बाद हालत बिगड़ी और मौत हुई है। शराब की खेप भी लगातार पकड़ी जा रही है। ऐसे में विपक्ष को बड़ा मौका मिल गया और सरकार को शराबबंदी कानून में घेर लिया। सीएम से लेकर राज्य के सभी सत्ताधारी बड़े नेताओं से सवाल किए जा रहे हैं। अब सीएम की समीक्षा को लेकर अफसरों की सांस अटकी हुई है। बताया जा रहा है कि सीएम इस मामले में बड़ा एक्शन ले सकते हैं।
जानिए 9 दिनों में बिहार पुलिस का एक्शन
बिहार पुलिस शराब के खिलाफ कार्रवाई कर बचाव में जुटी है। उत्पाद विभाग की टीम से लेकर बिहार पुलिस के जवान हर स्तर पर छापेमारी कर सरकार की नजर में गुडवर्क दिखाने में जुट गए हैं। पुलिस लगातार कार्रवाई का आंकड़ा जारी कर रही है। लेकिन, जिस दौरान बिहार में लगातार मौत की घटनाएं हुई उस दौरान का काेई आंकड़ा नहीं जारी की है। पुलिस के मुताबिक कथित शराब सेवन से हुई मौत के बाद राज्य के सभी जिलों के पुलिस विशेष छापेमारी अभियान चलाया है। बिहार पुलिस ने 3 नवंबर से लेकर 12 नवंबर पर की गई छापेमारी का हवाला देते हुए बड़ी कार्रवाई की बात कही है। हालांकि, आंकड़ा 3 नवंबर से दिसंबर के बीच का नहीं दिया है।
1,08,489 लीटर शराब बरामद
3 नवंबर से 12 नवंबर के बीच हुई पुलिस की विशेष छापेमारी कार्रवाई में कुल 3001 मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि शराबबंदी कानून के उलंघन में बिहार पुलिस ने 4205 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है। बिहार पुलिस की विशेष छापेमारी अभियान के तहत 3 नवंबर से 12 नवंबर के बीच 58,089 लीटर देशी और 50,400 लीटर विदेशी शराब यानि कुल मिलाकर 1,08,489 लीटर शराब जब्त किया गया है। इस 9 दिन के दौरान ही 18,562 लीटर देशी और 58,861 लीटर विदेशी शराब यानि कुल मिलाकर 77423 लीटर शराब को नष्ट किया गया है।
9 दिन में शराब के धंधे में गाड़ी बरामद
पुलिस के मुताबिक छापेमारी के विशेष अभियान के दौरान 329 दो पहिया वाहन एवं 104 तीन व चार पहिया एवं अन्य वाहनों को जप्त किया गया तथा 69 दो पहिया वाहन एवं 47 तीन व चार पहिया वाहनों एवं अन्य वाहनों को राजसात / अधिहरण की कार्रवाई की गई है। पुलिस का दावा है कि शराब को लेकर राज्य के सभी 38 जिलों में लगातार छापेमारी की गई है। पुलिस का कहना है कि लगातार छापेमारी की जा रही है। बिहार पुलिस लगतार छापेमारी कर रही है और इस दौरान शराब के तस्करों को पकड़कर शराब की बरामदगी की जा रही है।
शराब बरामदगी के टॉप 5 जिले
- मुजफ्फरपुर – 17675 लीटर
- मोतीहारी – 11015 लीटर
- औरंगाबाद – 8661 लीटर
- मधुबनी – 7797 लीटर
- पटना – 6014 लीटर
गिरफ्तारी के मामले में टॉप 5 जिले
- मुजफ्फरपुर – 493
- गोपालगंज – 334
- पटना – 316
- बेतिया – 221
- नवादा – 188
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