Home Bihar जिंदा की जान जोखिम में और शव को PPE किट: रेफरल अस्पताल राघोपुर में लापरवाही ; कोरोना मरीज के परिजनों से कहा-खुद शव को पहनाइए किट

जिंदा की जान जोखिम में और शव को PPE किट: रेफरल अस्पताल राघोपुर में लापरवाही ; कोरोना मरीज के परिजनों से कहा-खुद शव को पहनाइए किट

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जिंदा की जान जोखिम में और शव को PPE किट: रेफरल अस्पताल राघोपुर में लापरवाही ; कोरोना मरीज के परिजनों से कहा-खुद शव को पहनाइए किट

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राघोपुर/सुपौल31 मिनट पहले

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सुपौल के राघोपुर अस्पताल में बिना PPE किट के शव को किट पहनाते परिजन। - Dainik Bhaskar

सुपौल के राघोपुर अस्पताल में बिना PPE किट के शव को किट पहनाते परिजन।

रेफरल अस्पताल राघोपुर में रविवार को अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही दिखी। यहां कोरोना से मरे मरीज के परिजनों को कहा गया कि वे खुद मृतक के शव को PPE किट पहनाएं। परिजनों का कहना था कि अस्पताल ने उनलोगों को पहनने के लिए PPE किट नहीं दिया था। ऐसे में वे लोग भी कोरोना संक्रमित हो सकते हैं।

सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोरोना से मौत के बाद शव को PPE किट पहनाने वाले व्यक्ति को भी किट पहनना है, लेकिन यहां मौजूद अस्पताल के चिकित्सक व कर्मी परिजन को कीट पहनाने के लिए आदेश देते दिखे। यहां मृतक के परिजन के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा PPE किट उपलब्ध नहीं कराया गया।

राघोपुर के BHM मुकेश कुमार ने बताया कि परमानंदपुर पंचायत के वार्ड-17 स्थित अररहा गांव निवासी 53 वर्षीय कलानंद उर्फ संजीव सिंह रविवार को अपने परिजन के साथ इलाज कराने आए थे। जांच में वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जांच के करीब एक घंटा बाद दवा लेने के क्रम में वह जमीन पर गिर गए और उनकी मौत हो गई। वहीं, परिजनों ने बताया कि संजीव सिंह करीब तीन दिन से सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित थे। पहले उनका गांव में ही इलाज कराया गया, लेकिन तबियत ज्यादा बिगड़ने पर सरकारी अस्पताल इलाज के लिए लाया गया था, जहां पहले कोरोना जांच कराई गई। जांच में पॉजिटिव रिपोर्ट आने के कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई।

शव पहुंचाने की कीमत लगाई 25 हजार
इधर, मौत के परिजनों की चींख-पुकार शुरू हो गई। इस बीच अस्पताल परिसर में मौजूद दलाल भी सक्रिय हो गया। परिजनों ने बताया कि एक व्यक्ति उसके पास पहुंचा और कहा कि आपलोग शव को PPE किट पहना दीजिए। उसके बाद शव को एम्बुलेंस से अररहा पहुंचाने के लिए 25 हजार रुपए देने होंगे। शव को निजी एम्बुलेंस से घर पहुंचा दिया जाएगा। आपलोगों को कुछ करने की जरूरत नहीं है।

बेहोशी अवस्था में लाया गया था मरीज का
राघोपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दीपनारायण राम ने बताया कि उक्त व्यक्ति बेहोशी अवस्था में लाया गया था। कोविड जांच कराने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उसके बाद इलाज शुरू ही किया गया था, इसी बीच मरीज की मौत हो गई। शव वाहन से घर भेजा गया है। उन्होंने बगैर PPE किट पहने परिजनों द्वारा शव को किट पहनाने की बात से इनकार किया। उनका कहना था कि परिजनों को 6 किट दिए गए थे।

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