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जेपी मॉर्गन नाखुशी जाहिर | Jpmorgan

Source: JPmorgan

जेपी मॉर्गन नाखुशी जाहिर | Jpmorgan

जेपी मॉर्गन चेज़ ने हाल ही में अपने कर्मचारियों के कमेंट करने की सुविधा को बंद कर दिया है। यह कदम उनकी “रिटर्न टू ऑफिस” (RTO) नीति को लेकर बढ़ती नाराजगी के बाद उठाया गया। इस नीति के तहत कर्मचारियों को सप्ताह में कम से कम तीन दिन ऑफिस में काम करना अनिवार्य है, जबकि प्रबंधकों को पूरे सप्ताह ऑफिस में उपस्थित रहना होता है।

विवाद और प्रतिक्रिया

कई कर्मचारियों ने इस नीति पर नाखुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने के बावजूद उनकी उत्पादकता में कोई कमी नहीं आई थी। कर्मचारियों ने ऑफिस आने की अनिवार्यता पर सवाल उठाए, यह तर्क देते हुए कि इससे उनकी वर्क-लाइफ बैलेंस पर बुरा असर पड़ेगा और उनके यात्रा (कम्यूट) का समय बढ़ जाएगा।

कंपनी के आंतरिक प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने इस नीति की आलोचना की। इन टिप्पणियों के वायरल होने और नकारात्मक भावना बढ़ने के बाद, जेपी मॉर्गन ने अपने आंतरिक मंचों पर कर्मचारियों के कमेंट करने की क्षमता को सीमित कर दिया। सूत्रों के अनुसार, यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि असंतोष को अधिक फैलने से रोका जा सके और संचार में अनुशासन बनाए रखा जा सके।

सीईओ जेमी डिमॉन की राय

जेपी मॉर्गन के सीईओ जेमी डिमॉन लंबे समय से ऑफिस में काम करने की वकालत कर रहे हैं। उनका मानना है कि व्यक्तिगत रूप से साथ काम करने से टीम वर्क, मेंटरशिप और कंपनी की संस्कृति मजबूत होती है। उन्होंने यह भी कहा है कि लंबे समय तक रिमोट वर्क (घर से काम) टिकाऊ नहीं है और इससे रचनात्मकता और कर्मचारियों के बीच कनेक्शन कमजोर होता है।

व्यापक संदर्भ

यह विवाद उन चुनौतियों को दर्शाता है जिनका सामना बड़ी कंपनियां महामारी के बाद बदलते कार्यस्थल परिदृश्य में कर रही हैं। जहां कई कंपनियां हाइब्रिड कार्य मॉडल को अपना रही हैं, वहीं जेपी मॉर्गन ने सख्त कार्यालय उपस्थिति की नीति को लागू किया है।

हालांकि, कर्मचारियों के कमेंट्स को बंद करने के फैसले पर आलोचना भी हो रही है। कई लोग इसे कर्मचारियों की आवाज़ दबाने और फीडबैक को अनदेखा करने का प्रयास मान रहे हैं। दूसरी ओर, इस कदम के समर्थकों का कहना है कि कंपनी को एकजुटता बनाए रखने और नकारात्मक माहौल से बचने के लिए यह जरूरी था।

भविष्य के लिए प्रभाव

जेपी मॉर्गन का यह कदम अन्य कंपनियों के लिए एक उदाहरण हो सकता है कि वे हाइब्रिड कार्य मॉडल से संबंधित विवादों को कैसे संभालें। हालांकि, यह घटना कर्मचारियों के लिए पारदर्शिता, समावेशिता और नीतियों के निर्माण में उनकी भूमिका को लेकर सवाल खड़े करती है।

कंपनी के इस फैसले ने यह स्पष्ट किया है कि नेतृत्व की प्राथमिकताएं और आधुनिक कार्यबल की अपेक्षाओं के बीच तालमेल बिठाना अब भी एक बड़ी चुनौती है।

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