Home Bihar ढूंढते रह जाएंगे आप कानून का राज: बीते 22 दिनों में सिर्फ पटना जिले में खूनी खेल की हुई 24 वारदातें, 21 लोगों की हत्या में 4 महिलाएं भी शामिल

ढूंढते रह जाएंगे आप कानून का राज: बीते 22 दिनों में सिर्फ पटना जिले में खूनी खेल की हुई 24 वारदातें, 21 लोगों की हत्या में 4 महिलाएं भी शामिल

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ढूंढते रह जाएंगे आप कानून का राज: बीते 22 दिनों में सिर्फ पटना जिले में खूनी खेल की हुई 24 वारदातें, 21 लोगों की हत्या में 4 महिलाएं भी शामिल

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  • In The Last 22 Days, 24 Incidents Of Bloody Sports Took Place In Patna District Alone, 4 Women Were Also Involved In The Murder Of 21 People.

पटनाएक घंटा पहले

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ढूंढते रह जाएंगे आप कानून का राज। जी हां…पूरे बिहार की बात तो छोड़ दीजिए, राजधानी सहित पूरे पटना जिले में आपको कानून के राज का नामों निशान तक नहीं मिलेगा। यह बातें हम खुद से नहीं कह रहे। अकेले अगस्त महीने में अब तक हत्या, लूट और चेन स्नेचिंग की काफी सारी वारदातें राजधानी और इसके आसपास के इलाकों में हुई। मगर, आज भास्कर आपको पटना जिले में हुए सिर्फ खूनी खेल की वारदातों के बारे में डिटेल से बताएगा। पटना समेत पूरे जिले में पिछले 22 दिनों में खूनी खेल की कुल 24 वारदातें हुई हैं। इनमें 21 लोगों की हुई हत्या की गई। जबकि, 3 लोग घायल हुए।

खूनी खेल की इन वारदातों के दौरान मौत के घाट उतारे जाने वालों में 4 महिलाएं भी शामिल हैं। इनमें 2 महिलाओं को दहेज के लिए मारा गया। अधिकांश वारदातों को अंजाम देने के लिए अपराधियों ने गोलियां चलाई हैं। इन आंकड़ों के जरिए बिहार सरकार के उन दावों की हवा निकलती दिख रही है, जिसमें सरकार की तरफ से बार-बार दावा किया जाता रहा है कि उनके राज्य में कानून का राज है। लॉ एंड ऑर्डर ठीक है। कहीं कोई आपराधिक वारदातें नहीं बढ़ी हैं। पिछले 22 दिनों के जिस आंकड़े को आज आपके सामने जिस आंकड़े को भास्कर रख रहा है, उससे यह साफ हो जाता है कि ग्राउंड स्तर पर थानों की पुलिस टीम अपने कर्तव्य में लापरवाही बरत रही है। तभी तो खाकी वर्दी का खौफ पटना के अपराधियों के मन से गायब हो चुका है। थानों की पुलिस की परवाह किए बगैर अपराधी धड़ल्ले से आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। उन्हें पुलिस का कोई डर नहीं है।

पिछले 22 दिनों के दौरान हुए खूनी वारादातों का आंकड़ा

22 अगस्त – बिहटा में ESIC के इलेक्ट्रीशियन की हत्या। 21 अगस्त – दीघा थाना के तहत घुड़दौड़ रोड में पति ने ही पत्नी की कर दी थी गला दबाकर हत्या। 19 अगस्त – आलमगंज में बाइक सवार युवक की अपराधियों ने गोली मारकर उतार दिया मौत के घाट। 18 अगस्त – बख्तियारपुर में घर के अंदर सो रहे लेबर सप्लायर की गोली मार अपराधियों ने की हत्या। 16 अगस्त – रुपसपुर में दहेज के लिए महिला की गला दबाकर हत्या। 12 अगस्त- बेउर में ट्रांसपोर्टर को गोलियों से भूना। 11 अगस्त – मोकामा के कसहा दियारा में एक की हत्या 11 अगस्त- सालिमपुर के सम्मतपुर में किसान की हत्या 10 अगस्त- मोकामा के मराची में जीविका दीदी को घर में घुसकर जिंदा जला दिया। 10 अगस्त- बिहटा में लूटपाट के दौरान मां विंध्यावासनी ज्वेलरी शॉप के मालिक की गोली मारकर हत्या। 9 अगस्त- रानीतालब में पीट-पीटकर अधेड़ की हत्या। 8 अगस्त- धनरुआ के बांस बिगहा में युवक की हत्या। 7 अगस्त- धनरुआ में युवक की हत्या। 7 अगस्त- दहेज के लिए बहादुरपुर में महिला की हत्या। 7 अगस्त- बाढ़ के भदौर के बकमा में कुख्यात पर ताबड़तोड़ फायरिंग, 16 गोली के बाद भी बची जान। 6 अगस्त- खेमनी चक में मजदूर की हत्या। 6 अगस्त- मनेर में दिव्यांग की हत्या। 6 अगस्त- बिहटा में दवा कारोबारी को अपराधियों ने मारी गोली। 5 अगस्त- दानापुर में युवक की हत्या। 2 अगस्त- बेउर में गोलीबारी। 2 अगस्त- कदमकुआं में रिक्शाचालक की हत्या। 1 अगस्त- जानीपुर में बुजुर्ग की हत्या। 1 अगस्त- परसा में ऑटो ड्राइवर की हत्या 1 अगस्त- बहादुरपुर में हॉस्टल के कुक की गोली मारकर हत्या।

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