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पटना15 मिनट पहले
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बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जातिगत जनगणना पर लगातार जोर दे रहे हैं। केन्द्र ने इनकी मांग अनसुनी कर दी है। अब भाजपा कोटे से बिहार सरकार में पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि बिहार में जिस पार्टी के लोग जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं, वही जाति का बंधन तोड़कर दूसरे धर्म में शादी कर रहे हैं। सम्राट ने साफ-साफ कहा कि बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव दोनों ने जाति का बंधन तोड़ दिया है और दोनों ही जातीय जनगणना का मांग कर रहे हैं। यह गलत है।
मैं यह नहीं कहता कि दूसरी जाति में शादी करना गलत
उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहता कि दूसरी जाति में शादी करना ठीक नहीं है। लेकिन, इतना जरूर कहूंगा कि जो पार्टी बिहार में जातीय जनगणना की मांग कर रही है। जो पार्टी उत्तर प्रदेश में जातीय जनगणना का मांग कर रही है, उन लोगों को यह मांग करने का हक नहीं है।
BJP-JDU एक साथ बैठकर समीक्षा करेगी
सम्राट ने आगे कहा कि जातिगत जनगणना का मामला चल रहा है, एनडीए में हम लोग एकजुट हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार यहां चल रही है। निश्चित तौर पर भाजपा-जदयू एक साथ बैठकर इन बातों पर समीक्षा करेगी। लेकिन, राजद अगर जातीय जनगणना की बात कर रही है तो ये ठीक बात नहीं है, क्योंकि जातीय बंधन को उसके नेता नहीं मानते हैं।
तेजस्वी के मामा साधु यादव भी दे चुके हैं नसीहत
जाति जनगणना के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और CM नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिल चुके हैं। लेकिन, केंद्र सरकार मानने को तैयार नहीं है। अब बिहार में तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार को अपने खर्च पर जाति जनगणना कराने की मांग रखी है। तेजस्वी-रेचल की शादी के बाद तेजस्वी के मामा ने भी यह सवाल उठाया था कि जब तेजस्वी ने दूसरे धर्म में शादी कर ली तो वे किस मुंह से जाति के आधार पर जनगणना की मांग कर रहे हैं।
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