थाने से 100 मीटर की दूरी पर बिक रही शराब: सहरसा में झाड़ियों में छिपाकर रखी जा रही शराब, बेचने वालों में महिलाएं भी शामिल

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सहरसा9 मिनट पहले

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घर के अंदर बनायी जा रही शराब।

सहरसा के महुआ बाजार में पुलिस स्टेशन से महज 100 मीटर की दूरी पर शराब बिक रही है। शराब को झाड़ियों में छिपाकर रखी जाती है। दैनिक भास्कर की टीम ने कैमरे में शराबबंदी के सच को कैद कर लिया। बसनही थाना से सौ मीटर की दूरी पर मछली हाट के समीप देसी शराब धड़ल्ले से खरीदी और बेची जाती दिखी। यहां महिलाएं शराब बेच रही थी।

स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां महुआ से शराब बनाई भी जाती है। पुलिस की छापेमारी से बचाने के लिए देसी शराब को जंगल और झाड़ियों में छिपाकर रखी जाती है। पूर्ण शराबबंदी को लेकर बरती जा रही सख्ती के बावजूद देसी शराब के कारोबारियों ने नयी जगह खोज ली है। वीडियो में साफ दिखता है कि खेत में उगे जंगल और झाड़ियों के बीच शक्कर वाली टीन में बड़ी मात्रा में देसी शराब है। पुलिस की छापेमारी के दौरान शराब को जब्त होने से बचाने के लिए ऐसा किया गया है।

मिलायी जा सकती है जहर, बड़े हादसे की आशंका
शराबबंदी को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष सारी मर्यादाओं को तोड़ एक- दूसरे को नीचा दिखाने का कोई अवसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे में जंगलों में छुपाकर रखी गई शराब को जहरीली बनने और गोपालगंज की घटना की पुनरावृत्ति होने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।

ग्रामीण इस बात से आशंकित हैं कि अगर कोई असमाजिक तत्व झाड़ियों में रखी शराब की खुली पड़ी टिन में चुपचाप जहर मिला दे या फिर कोई जहरीला कीड़ा- मकोड़ा इसमें गिरकर मर जाए। तब क्या होगा! पूरी शराब जहरीली हो जाएगी और इस शराब से कितने ही लोगों की मौत भी हो सकती है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इसकी सूचना पुलिस को भी दी गई है। लेकिन, कार्रवाई तो दूर पुलिस ने इधर झांकना तक मुनासिब नहीं समझा।

साप्ताहिक हाटों में होती है शराब की बिक्री
बसनही थाना क्षेत्र में कई ऐसे गांव जहां आदिवासियों और महादलितों की अच्छी खासी आबादी है। इन परिवारों की महिलाएं महुआ शराब साप्ताहिक हाटों में बेचती हैं। महिलाएं टोली बना कर घूम-घूम कर खुदरा महुआ शराब बेचती है। शराब कारोबारियों को भी थोक में देसी शराब उपलब्ध कराती हैं। बाद में कारोबारी ज्यादा कीमत में लोगों को बेच देते हैं। दरअसल बड़गांव की मारिया संथाली, इजमाइल संथाली, रवना सौतारी, छर्रापट्टी संथाली, रघुनाथपुर संथाली की लोगों के लिए देसी शराब बनाना और बेचना आजीविका का साधन है।

क्या बोली पुलिस
वहीं, बसनही के थाना प्रभारी रहमान अंसारी ने कहा है कि शराब के धंधा लगभग बंद हो चुका है। यहां से सूचना आती है कि अविलंब कारवाई की जाती है। पिछ्ले एक सप्ताह में 28 लीटर शराब बरामद किया गया और एक व्यक्ति को जेल भेजा गया है। शुक्रवार को भी बलिया नहर से एक लीटर शराब बरामद किया गया है।

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