Home Bihar दहल जाता बिहार-झारखंड: सामने आई नक्सलियों की बड़ी साजिश, हैंड ग्रेनेड बनाकर जमा कर रहे थे हथियारों का जखीरा

दहल जाता बिहार-झारखंड: सामने आई नक्सलियों की बड़ी साजिश, हैंड ग्रेनेड बनाकर जमा कर रहे थे हथियारों का जखीरा

0
दहल जाता बिहार-झारखंड: सामने आई नक्सलियों की बड़ी साजिश, हैंड ग्रेनेड बनाकर जमा कर रहे थे हथियारों का जखीरा

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Bihar
  • Naxal In Bihar Jharkhand; Terror Plot Busted By Special Task Force, Grenade And IED Material Sezied

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

पटना11 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
STF की टीम ने  हैंड ग्रेनेड और IED बम बनाने वाले रॉ मेटेरियल, राइफल और गोली समेत कई चीजें बरामद की। - Dainik Bhaskar

STF की टीम ने हैंड ग्रेनेड और IED बम बनाने वाले रॉ मेटेरियल, राइफल और गोली समेत कई चीजें बरामद की।

  • जहानाबाद और दानापुर में हुई बिहार STF की कार्रवाई
  • 609 पीस डेटोनेटर, 685 पीस ग्रेनेड, राइफल आदि मिले

बिहार और झारखंड के अंदर नक्सली किसी बड़े वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। दोनों ही राज्यों में अपने प्रभाव वाले इलाकों को नक्सली हैंड ग्रेनेड और IED ब्लास्ट के जरिए दहलाने वाले थे। इनकी मंशा कब और कहां खूनी वारदात को अंजाम देने की थी? यह तो अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन, इनकी साजिश को काफी हद तक बिहार STF ने नाकाम कर दिया है। नक्सलियों की बड़ी साजिश का एक हिस्सा यह था कि वो बड़े पैमाने पर हैंड ग्रेनेड और IED बम बनाने की तैयारी कर रहे थे। इसके लिए काफी सारे रॉ मेटेरियल का इंतजाम हो चुका था। बस उसे नक्सलियों के बताए सही ठिकाने पर पहुंचाए जाने की देरी थी। मगर, उसके पहले ही बिहार STF की टीम ने पटना और इससे सटे जहानाबाद जिले में एक साथ छापेमारी कर तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया। इनमें से 2 पिछले 16 सालों से यानी की साल 2004 से ही बिहार-झारखंड में नक्सलियों को विस्फोटक बनाने के लिए रॉ मेटेरियल की सप्लाई करते रहे हैं।

जहानाबाद के बिस्तौल गांव से जो मिला, उसने होश उड़ा दिए
बिहार STF की टीम ने आज उजाला होने से पहले जहानाबाद जिले के करौना आउटपोस्ट के तहत बिस्तौल गांव के एक घर में छापेमारी की। घर के चप्पे-चप्पे को खंगालने के बाद जो मिला, उसे देख छापेमारी करने पहुंची टीम के होश उड़ गए। वहां से 605 पिस डेटानेटर, .315 बोर का एक राइफल, 7 मैगजिन, 6 राइफल बोल्ट, 2 वायरलेस सेट, 25 राउंड गोली, तीन पीस पुलिस-कमांडो यूनिफॉर्म, एक बंडल इलेक्ट्रिक वायर, IED बनाने के लिए मेटैलिक बॉडी, 20 पीस राइफल सीलिंग, ग्रेनेड बनाने के लिए 279 डेटोनेटर कैप, सेफ्टी फ्यूज, डायनमो, 685 पीस ग्रेनेड बनाने के लिए सेफ्टी कैच, 62 पीस प्रिक्यूशन कैप, स्राइक पीन 2 पीस, 786 पीस रबड़ वॉशर, 28 पीस हैंड ग्रेनेड पार्ट, 5 पीस अधूरा हैंड ग्रेनेड, 3 पीस ग्रेनेड लाउंचिंग बेस, एक ड्रील मशीन और नक्सली लिट्रेचर की बरामदगी हुई। यहां से STF की टीम ने बिस्तौल निवासी परशुराम सिंह और दानापुर के रामजीचक निवासी संजय सिंह को गिरफ्तार किया।

STF की टीम ने बिस्तौल निवासी परशुराम सिंह और दानापुर के रामजीचक निवासी संजय सिंह को गिरफ्तार किया।

STF की टीम ने बिस्तौल निवासी परशुराम सिंह और दानापुर के रामजीचक निवासी संजय सिंह को गिरफ्तार किया।

दानापुर से इनकी हुई गिरफ्तारी
जिस वक्त जहानाबाद के बिस्तौल में छापेमारी चल रही थी, ठीक उसी वक्त पटना में दानापुर के गजाधर चक में भी बिहार STF की दूसरी टीम पहुंची। इस ठिकाने पर भी काफी कुछ हाथ लगा। काफी सारे विस्फोटक सामान के रॉ मेटेरियल बरामद किया गए। जिसमें 4 डेटोनेटर, सेफ्टी पीन, हैंड ग्रेनेड का लीवर, 2 पीस सेफ्टी फ्यूज, एक पीस प्रेशर स्वीच, दो हैंड ग्रेनेड, रॉकेट लांचर बनाने के तीन मैप बरामद किए गए हैं। इस ठिकाने से नक्सली परशुराम सिंह का बेटा गौतम सिंह गिरफ्तार किया गया।

कुख्यात नक्सली हैं परशुराम और संजय
बिहार STF के अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार किए गए तीनों नक्सली में से परशुराम और संजय कुख्यात हैं। यह दोनों ही कुख्यात नक्सली लीडर व पोलित ब्यूरो सदस्य रहे अरविंद सिंह उर्फ देव कुमार सिंह बेहद करीबी रहे हैं। 2004 से ही ये दोनों बिहार-झारखंड में नक्सलियों को विस्फोटक बनाने के लिए रॉ मेटेरियल की सप्लाई करते रहे हैं। अब इनकी पूरी कुंडली को खंगाला जा रहा है। सभी से पूछताछ की जा रही है। इतने बड़े पैमाने पर रॉ मेटेरियल कहां से आए, इसकी पड़ताल की जा रही है।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link