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देवजीत सैकिया ने जय शाह की जगह बीसीसीआई सचिव के रूप में कार्यभार संभाला है | Devajit Saikia

Devajit Saikia (Source : PTI)

 देवजीत सैकिया ने जय शाह की जगह बीसीसीआई सचिव के रूप में कार्यभार संभाला है | Devajit Saikia

देवजीत सैकिया ने बीसीसीआई सचिव के रूप में जय शाह की जगह ली है, और यह बदलाव भारतीय क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक परिवर्तन है। इस पद पर आने के बाद, देवजीत सैकिया भारतीय क्रिकेट प्रशासन में अहम भूमिका निभाएंगे।

देवजीत सैकिया का परिचय:

देवजीत सैकिया एक अनुभवी क्रिकेट प्रशासक हैं, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के विभिन्न प्रशासनिक पहलुओं में काम किया है। वह असम क्रिकेट संघ के एक प्रमुख सदस्य भी रहे हैं और बॉम्बे हाई कोर्ट में वकील के रूप में काम कर चुके हैं। इसके साथ ही वह बीसीसीआई के विभिन्न जोनल मामलों में भी शामिल रहे हैं, और उनके पास क्रिकेट प्रशासन में कई वर्षों का अनुभव है।

देवजीत सैकिया ने क्रिकेट को न केवल एक खेल के रूप में देखा, बल्कि इसके प्रशासनिक पक्षों को भी समझा है। उनके पास भारतीय क्रिकेट के प्रबंधन की समग्र समझ है, जो बीसीसीआई सचिव के पद के लिए एक महत्वपूर्ण गुण है।

बीसीसीआई सचिव का महत्व:

बीसीसीआई सचिव का पद भारतीय क्रिकेट में सबसे महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारी में से एक है। सचिव का काम केवल क्रिकेट टीमों की देखरेख तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इसमें वित्तीय निर्णय, अंतरराष्ट्रीय संबंध, घरेलू क्रिकेट के संचालन और क्रिकेट विकास की योजना बनाना शामिल है।

सचिव का पद भारतीय क्रिकेट टीम और भारतीय क्रिकेट संगठन दोनों के लिए अत्यधिक प्रभावशाली है। सचिव को यह सुनिश्चित करना होता है कि भारतीय क्रिकेट के खेल का संचालन सुचारू रूप से हो और खिलाड़ियों की जरूरतें, कोचिंग स्टाफ, टूर्नामेंट्स और दौरे अच्छे से तय हों।

जय शाह से देवजीत सैकिया का स्थानांतरण:

जय शाह ने अपने कार्यकाल में बीसीसीआई सचिव के रूप में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, जिनमें आईसीसी में भारत की स्थिति को मजबूत करना, बीसीसीआई के वित्तीय मामलों का प्रबंधन, और भारतीय क्रिकेट के बुनियादी ढांचे में सुधार करना शामिल था। उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से क्रिकेट को और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू कीं।

हालांकि, अब देवजीत सैकिया को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है, और यह बदलाव क्रिकेट प्रशासन में नए दृष्टिकोण को लेकर आ सकता है। उनका कार्यकाल इस बात पर निर्भर करेगा कि वह बीसीसीआई को किस दिशा में ले जाते हैं, विशेष रूप से घरेलू क्रिकेट, महिला क्रिकेट, और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मामलों में।

देवजीत सैकिया का कार्यभार:

सचिव बनने के बाद, देवजीत सैकिया को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभानी होंगी:

  1. घरेलू क्रिकेट का प्रबंधन: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खिलाड़ियों का चयन और घरेलू टूर्नामेंट्स का आयोजन।
  2. बिजनेस और वित्तीय निर्णय: बीसीसीआई के वित्तीय प्रबंधन में योगदान देना और इसकी स्थिरता सुनिश्चित करना।
  3. आईसीसी और अन्य अंतरराष्ट्रीय बोर्ड के साथ संबंध: आईसीसी के साथ संवाद बनाए रखना और भारत के क्रिकेट हितों का संरक्षण करना।
  4. नए क्रिकेट कार्यक्रमों का आयोजन: विशेष रूप से महिला क्रिकेट और अंडर-19 क्रिकेट में सुधार की योजना बनाना।

आगे का मार्ग:

देवजीत सैकिया के लिए यह पद चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि उन्हें भारत के क्रिकेट को और मजबूती से आगे बढ़ाना होगा। भारतीय क्रिकेट में सफलता के लिए उनकी नीतियों और निर्णयों का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। क्रिकेट के सभी स्तरों पर उनके नेतृत्व की परीक्षा होगी, खासकर जब बात घरेलू क्रिकेट, महिला क्रिकेट और अंतरराष्ट्रीय दौरे की आती है।

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