[ad_1]
नालंदा16 मिनट पहले
पुलिस की वर्दी पकड़ खींचती भीड़।
भीड़ तंत्र किस तरह से पुलिस पर हावी होकर उसके गिरेबान पर हाथ डाल सकती है, इसकी बानगी नालंदा में दिखी है। बिहार शरीफ शहर में गुरुवार को हुए हंगामे का एक वीडियो सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि उपद्रवियों ने किस तरह बिहार शरीफ नगर थानाध्यक्ष संतोष कुमार को पहले तो लाठी से पीटने का प्रयास किया था। उसके बाद सीधे वर्दी पर हाथ लगा दिया। मामले में एसपी अशोक मिश्रा ने बताया है कि हंगामा करनेवाले लोगों की पहचान की जा रही है। जिन लोगों ने भी कानून को हाथ में लिया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या था मामला
दरअसल, मामला लहेरी थाना अंतर्गत खानकाह मोहल्ला का है। गुरुवार को तालाब से युवक की लाश मिलने पर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों आक्रोशित ने गगनदीवान मोहल्ला के समीप सड़क जाम कर दिया। हंगामा की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने गुस्सायी भीड़ ने रोड़ेबाजी कर दी। जिससे भगदड़ मच गई। रोड़ेबाजी में तीन पुलिस कर्मी जख्मी हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया।
गुरुवार के हंगामे का दृश्य।
परिजन व मोहल्लेवासियों ने आरोप लगाया कि रविवार की रात मोहल्ला में लहेरी थाना पुलिस आई थी। पुलिस को देख तीन युवक तालाब में कूद गए। दो युवक तो किसी तरह निकल गया। लेकिन मो. कैसर का 25 वर्षीय पुत्र लाला नहीं मिला। उसकी तलाश में प्रशासन ने सहयोग नहीं किया। युवक की लाश मिलने के बाद परिजन व मोहल्ले वासियों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों महिला-पुरुष सड़क पर उतरकर हंगामा करने लगें। हंगामा होने से आसपास के दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस पर आक्रोशितों ने रोड़ेबाजी कर दी। जिससे हवलदार मो. मकसूद खान, राजाराम मेहता और रामधनी साह जख्मी हो गए।
मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी।
हंगामा बढ़ने की सूचना पाकर एसडीओ कुमार अनुराग, सदर डीएसपी डॉ. मो. शिब्ली नोमानी, राजगीर डीएसपी प्रदीप कुमार, दीपनगर थानाध्यक्ष मो. मुश्ताक अहमद, राजगीर थानाध्यक्ष दीपक कुमार, नालंदा थानाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह दलबल के साथ आ गए। इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।
[ad_2]
Source link