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पटना29 मिनट पहले
हादसे वाली जगह पर चश्मदीद से जानकारी लेती पुलिस और पास में पड़ी मजदूर की लाश।
पटना के SP वर्मा रोड में एक बड़ा हादसा हो गया है। बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन की साइट पर मलबा गिरने की वजह से तीन मजदूर बुरी तरह से दब गए। इस हादसे के बाद आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोग वहां पहुंचे। तब तेजी से मलवा में दबे दो मजदूरों को निकाला गया। इस कारण इनकी जान बच गई। घायल हालत में इन्हें इलाज के लिए PMCH भेजा गया।
घायल मजदूरों का नाम शगुनी और कट्टा है। इन दोनों के पैर पर मलबा गिरा था। जबकि, तीसरा मजदूर 35 साल का सुरजीत दास मलबे के बीच में बुरी तरह से दबा था। इस वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ये तीनों का घर पटना जिले के बेहरामा में है। जानकारी मिलने के बाद सुरजीत के परिवार वाले भी मौके पर पहुंचे। इसके परिवार में पत्नी के अलावा 4 बेटी और 2 बेटे हैं।
लिफ्ट के लिए चल रहा था काम
रमेश दास इन मजदूरों का साथी है और इस हादसे का चश्मदीद भी। इसके अनुसार कंस्ट्रक्शन साइट पर अपार्टमेंट बनना है। इसके लिए बेसमेंट बनाने का काम चल रहा था। साथ ही साइट के उत्तर-पूर्व कोना पर लिफ्ट बनाने के लिए मिट्टी की कटाई की जा रही थी। चश्मदीद रमेश दास को मिलाकर कुल 5 मजदूर मौके पर काम कर रहे थे। जमीन पहलेजा कोठी के मालिक वेद प्रकाश की है। इन्होंने बिल्डर राजेश उपाध्याय को अपार्टमेंट बनाने का जिम्मा दे रखा है। बिल्डर ने हाजीपुर के ठेकेदार रंधीर चौधरी को बेसमेंट बनाने और मिट्टी की कटाई का ठेका दे रखा था।
मौके पर काम कर रहे सारे मजदूर इसी ठेकेदार के जरिए काम कर रहे थे। हादसे के बाद बड़ी लापरवाही की बात पता चली। दरअसल, मजदूरों के काम के दौरान साइट पर ठेकेदार था ही नहीं। वो खुद गायब था। बिना ठेकेदार के देख-रेख के ही सारे दिनभर काम चल रहा था।
दूसरी तरफ हादसे की जानकारी मिलते ही कोतवाली थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। कुछ समय बाद डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर संजय कुमार भी पहुंचे। पुलिस ने मामले की जांच की। चश्मदीद मजदूर से हादसे की पूरी जानकारी ली। इसके बाद जिस मजदूर की मौत हुई, उसकी लाश को पोस्टमार्टम के लिए PMCH भेजा।
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