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पटना7 मिनट पहले
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जब लालू पटना में होते थे तो राबड़ी आवास में छठ पर पूरा परिवार जुटता था।
- राबड़ी देवी ने अंतिम बार 2017 में किया था छठ, उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है
- लालू प्रसाद के अस्पताल में रहने की वजह से रौनक नहीं
लालू परिवार में छठ और होली दोनों पर्व बहुत उल्लास के मनाए जाते रहे हैं। राबड़ी देवी 10 सर्कुलर रोड में बहुत मन से छठ करती रही हैं। उनकी बेटियां भी इस अवसर पर मायके आती हैं। लेकिन लालू प्रसाद के अस्पताल में रहने की वजह से वह रौनक अब नहीं है। इस बार भी राबड़ी देवी छठ नहीं कर रही हैं। राबड़ी देवी के आवास पर अभी उनकी बेटी मीसा, रागिनी, दुर्गा और धन्नो हैं, लेकिन कोई भी बेटी छठ नहीं कर रही है।
राबड़ी देवी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। साथ ही घर में उल्लास नहीं है। महागठबंधन की लहर की बावजूद आखिरकार सरकार नहीं बन पाने से भी लालू-राबड़ी परिवार में मायूसी छाई है। हालांकि चुनाव में छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने काफी मेहनत की। हर दिन 18-19 सभाएं तक कीं। राबड़ी देवी के दोनों बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव ने विधानसभा चुनाव जीत भी लिया पर पूरे घर को उम्मीद थी कि तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन सोचा हुआ पूरा नहीं हुआ। इन सब से बड़ी बात यह कि लालू प्रसाद घर पर नहीं हैं। घर के लोगों को इंतजार था कि 6 नवंबर को लालू प्रसाद को जमानत मिल जाएगी पर नहीं मिली। वर्ष 2017 के बाद से राबड़ी देवी ने छठ पर्व नहीं किया है।
दूसरी तरफ, नीतीश कुमार के सरकारी आवास में उनकी बहन उषा कुमारी छठ करेंगी। उषा कुमारी ने शपथ ग्रहण के लिए भी पूजा-अर्चना करवाई थी। हर साल इस अवसर पर लोग प्रसाद ग्रहण करने भी मुख्यमंत्री आवास पहुंचते रहे हैं लेकिन इस बार कोरोना की वजह से कम लोगों के आने की उम्मीद है। नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इसलिए उनके यहां खुशी है।
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