पशुपति पारस का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू: बोले- दुखी मन से लिया अलग होने का फैसला, चिराग को लेकर मन में कोई मैल नहीं; चाहे तो वो पार्टी में आ सकते हैं

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पटनाकुछ ही क्षण पहलेलेखक: बृजम पांडेय

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लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में टूट के बाद बिहार से लेकर दिल्ली तक सियासत गरम है। दोनों तरफ से दांव-पेंच जारी है। इस बीच दैनिक भास्कर ने LJP बागी गुट के नव निर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस से बातचीत की। टूट के बाद अपने पहले इंटरव्यू में पारस ने कहा कि मैंने बहुत भारी मन से यह कदम उठाया है। नहीं चाहता था कि इस तरह का कोई भी कदम उठाऊं। यह निर्णय मैंने पार्टी को बचाने के लिए लिया है। क्योंकि चिराग पासवान के आसपास बाहरी तत्व के लोग घुस गए थे। उसी के मुताबिक पार्टी चल रही थी।

JDU के खिलाफ जाना सबसे खराब निर्णय था

पशुपति पारस ने कहा कि बनारस के एक लड़के ने पार्टी को अपने कब्जे में ले लिया था। चिराग पासवान उसी के कहने पर काम कर रहे थे। पुराने कार्यकर्ताओं का अपमान हो रहा था। इस कारण पुराने कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर जा रहे थे। विधानसभा चुनाव में जिस तरह से NDA के घटक दल JDU के खिलाफ चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया, यह पार्टी के लिए सबसे खराब निर्णय था। पार्टी धीरे-धीरे टूट रही थी। अपनी पार्टी को बचाने के लिए मैंने यह कदम उठाया है।

एकतरफा फैसला लेते थे चिराग

दैनिक भास्कर से बात करते हुए पशुपति पारस ने कहा कि विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान सिर्फ बाहरी तत्व के कहने पर एकतरफा फैसला लेते थे। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से कोई बातचीत नहीं होती थी। ना ही राय मशविरा किया जाता था।उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति बिल्कुल गलत थी। NDA के एक घटक दल को आप कैसे खराब कर सकते हैं। दूसरे घटक दल को कैसे अच्छा कर सकते हैं। चिराग BJP के हनुमान तो बने, लेकिन नीतीश कुमार पर हमला करते रहे। जबकि, नीतीश कुमार बिहार में बेहतर काम कर रहे हैं। मैंने पार्टी को संभालने की बहुत कोशिश की। मैंने कई बार चिराग पासवान को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह समझने को तैयार नहीं थे।

पार्टी को पूरी तरह से संगठित करने का दावा

पारस ने कहा कि अब मैं पार्टी को पूरी तरह से संगठित करूंगा। अपने संगठन को मजबूत करूंगा। पुराने साथी जो पार्टी से नाराज होकर गए हैं वह वापस आ जाएंगे। पुराने कार्यकर्ताओं का पूरा सम्मान होगा। दैनिक भास्कर ने जब पूछा कि चिराग पासवान को आप पार्टी में लेंगे? तो उन्होंने कहा कि चिराग पासवान मेरे सामने पैदा हुए हैं… पले बढ़े हैं। उनसे बहुत स्नेह रखता हूं। वह पार्टी में आना चाहे तो आएं, हमारे घर के लड़के हैं। उनसे मन में कोई मतभेद नहीं है। चिराग पासवान चाहे तो पार्टी में आ सकते हैं।

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