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पटना7 घंटे पहले
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बाढ़ के रहने वाले चुन्नू को PMCH ने डेथ सर्टिफिकेट जारी कर मरा बता दिया था।
- सुबह कपड़ा देने के लिए कंट्रोल रूम गए परिजन तो खुली पोल
बाढ़ के रहने वाले जिस कोरोना संक्रमित को PMCH ने डेथ सर्टिफिकेट जारी कर मरा बता दिया था सोमवार को फिर उसके साथ बड़ा खेल हो गया। चौंकाने वाला मामला तब सामने आया जब परिजन सोमवार को सुबह कपड़ा देने के लिए पहुंचे तो चुन्नू बेड से गायब मिला। इसपर फिर परिजनों को किसी अनहोनी की चिंता सताने लगी। परिजन परेशान हो गए और हंगामा करने लगे। काफी देर बाद पता चला कि चुन्नू का बेड बदल दिया गया और इसकी सूचना भी परिजनों को नहीं दी गई।
9 से 34 नंबर बेड का बदलाव समझ से परे
परिजनों का कहना है कि चुन्नू को पहले IJ वार्ड के 9 नंबर बेड पर रखा गया था बाद में कब 34 पर कर दिया गया, पता ही नहीं चल सका। परिजनों का आरोप है कि कल अधिकार की लड़ाई लड़ने और अपनी आवाज उठाने के कारण उन्हें टारगेट किया जा रहा है। इसी कारण से रातों रात बेड बदल दिया गया और इसके बारे में उन्हें कोई सूचना भी नही दी गई।
परिवार को टारगेट किए जाने का आरोप लगाते चुन्नू के भाई सदानंद।
जांच का ऐसा खेल
परिजनों का कहना है कि वह अपने मरीज की जांच कराकर छुट्टी कराना चाहते हैं। सोमवार की सुबह वह कंट्रोल रूम में गए और जांच की बात कही। PMCH की तरफ से बताया गया कि एक सप्ताह का समय RTPCR में लगेगा। लेकिन प्रधान सचिव के आते ही व्यवस्था ही बदल गई। परिजनों ने प्रधान सचिव को घटना के बारे में बताया, साथ ही साथ कहा कि वह मरीज का RTPCR कराना चाहते हैं, लेकिन सात दिन का समय मांगा जा रहा है। इस पर प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कोविड के नोडल डॉक्टर अरुण अजय और सुपरिटेंडेंट के साथ अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई की जाए और RTPCR की जांच शाम तक कराई जाए। परिजनों ने प्रधान सचिव से बेड बदलने से लेकर कल की घटना में शव दूसरे का देकर डेड सर्टिफिकेट देने की जानकारी दी। इसपर प्रधान सचिव ने फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि भविष्य में फिर कभी ऐसी गलती नहीं होने पाए।
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