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पटना2 घंटे पहले
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ठंड का भी असर, हर क्षेत्र में बढ़ रहा है लेवल
पटना में एक फिर से हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ने लगी है। इस वजह से हवा की गुणवत्ता खराब हो रही है। ऐसे में लोग सड़क पर निकल रहे हैं तो प्रदूषण की वजह से आंखों में जलन महसूस हो रही है। जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही है, हवा जहरीली होती जा रही है। पटना, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर की सड़क पर चलने वाले लोगों को अधिक परेशानी हो रही है।
मंगलवार को इनका एक्यूआई लेवल खराब स्थिति में पहुंच गया। इन जिलों के लेवल हर दिन बढ़ रहा है। वायु प्रदूषण विशेषज्ञों के मुताबिक सर्दियों में तापमान कम होने की वजह से हवा में नमी है। इस वजह से हवा में मौजूद जहरीली गैस या धूल-कण निकल नहीं पाती और वो हवा में काफी समय तक रहती है। इस वजह से सर्दियों में प्रदूषण ज्यादा दर्ज किया जाता है।
सबसे अधिक एक्यूआई लेवल हाजीपुर में किया गया रिकॉर्ड
वायु प्रदूषण के मामले में प्रदेश में हाजीपुर टॉप है। मंगलवार को हाजीपुर में 291, मुजफ्फरपुर में 250, पटना में 242 और गया में 121 एक्यूआई लेवल रिकॉर्ड किया गया है। इसके अनुसार हजीपुर में सबसे अधिक प्रदूषण है। वहीं सबसे कम गया में रिकॉर्ड किया गया है। वायु प्रदूषण विशेषज्ञों के मुताबिक सेन्ट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का मानक कहता है कि अगर एक्यूआई लेवल 200 से पार है तो उस शहर की हवा मानव के लिए खराब है।
वेटनरी मैदान : बहुत खराब
- सेन्ट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मॉनिटरिंग मशीन शाम 6.5 बजे अपडेट के अनुसार वेटनरी के पास एक्यूआई लेवल 310 आंका गया है।
- ईको पार्क के पास 294, गांधी मैदान के पास 284
जहां अधिक वायु प्रदूषण, वहां ऑनलाइन मॉनिटरिंग मशीन खराब
एक तरफ पटना की हवा में अधिक प्रदूषण रिकॉर्ड की जा रही है। दूसरी तरफ हवा कितने लोगों के लिए खराब है। इसकी जानकारी लेने के लिए ऑनलाइन मॉनिटरिंग मशीन तारामंडल के पास लगाई है। यह मशीन कई दिनों से खराब है। शहर में सबसे अधिक प्रदूषित हवा तारामंडल के पास रिकॉर्ड की जाती है। लेकिन इसी जगह का मशीन पिछले 20 दिनों से खराब है।
जिसके वजह से हवा की गुणवत्ता की जानकारी नहीं प्राप्त हो पाती है। अभी शहर में छह जगहों पर मशीन लगी है। लेकिन तारामंडल के पास मशीन खराब है। अभी शहर में चलने वाली हवा को जांच करने के लिए मात्र पांच मशीन है।
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