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बगहा22 मिनट पहले
इंडो नेपाल सीमा अंतर्गत वाल्मीकिनगर गंडक बराज से मंगलवर की शाम 3 लाख 17 हजार क्यूसेक पानी नदी में छोड़ा गया। जिसके बाद निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। लेकिन बुधवार को राहत भरी खबर गंडक बराज से मिली है। बुधवार को गंडक बराज से मिली सूचना के अनुसार शाम 3 बजे जल स्तर गिरकर 2 लाख 73 हजार तक पहुंच गया है।
हालांकि अभी नेपाल में बारिश थमा है। लेकिन अगले 4 से 5 घंटे में मौसम विभाग के अनुसार जोरदार बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। जिसे देखते हुए बराज पर तैनात जलसंसाधन विभाग के अधिकारी टीम बनाकर 24 घंटे फाटकों की निगरानी कर रहे हैं।
गोपालगंज जिले में पड़ेगा असर
नेपाल के तराई क्षेत्रों में हुई वर्षा के बाद काली गंडकी उफना गयी है। यही वजह है कि मंगलवार को गंडक नदी का जलस्तर 3 लाख क्यूसेक पार कर गया। गंडक नदी में वाल्मीकिनगर गंडक बराज से 3 लाख 17 हजार 600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जो गुरुवार की सुबह गोपालगंज के निचले इलाकों में तबाही मचा सकती है ।
लोगों को अभी भी रखा गया है अलर्ट मोड में
नेपाल सीमा पर सुस्ता के चकदहवा समेत गंडक दियारा के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने की भी आशंका जताई जा रही है। वहीं शहर के मंगलपुर कालीघाट, कैलाशनगर, दीनदयाल नगर समेत रत्नमाला में बाढ़ पूर्व नदी तट पर बोल्डर पिचिंग और एंटी रोजन कार्य मजबूती से कराए जाने के बाद भी प्रशासन सजग है।
हर पल की जा रही है निगरानी
गंडक बराज नियंत्रण कक्ष के 36 फाटकों समेत बांध और तटबंधों की सतत निगरानी की जा रही है। इसके अलावा नदी में नावों के परिचालन पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की टीम के साथ जिला प्रशासन की ओर से पल-पल नदी की धारा और पानी के तेज बहाव पर नजर रखी जा रही है।
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