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पटना10 मिनट पहले
बिहार में कार्यरत लगभग 4.5 लाख कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। अधिकारियों व कर्मियों और उनके आश्रितों के लिए इलाज कराना आसान हो गया है। अब, 15 के स्थान पर 23 रोगों के इलाज पर खर्च की गई राशि की रिम्बर्समेंटकी जा सकेगी।
राज्य सरकार ने चिकित्सा व्यय की प्रतिपूर्ति के लिए OPD रोगों की सूची में आठ और रोग शामिल करने का निर्णय लिया है।स्वास्थ्य विभाग विभाग की तरफ से इस संबंध में पत्र जारी कर दिया गया है ।
इलाज से पहले विभागीय स्तर पर लेनी होगी मंजूरी
पहले से शामिल 15 रोगों के साथ 8 नए रोगों के इलाज को शामिल किया गया है। इसमें रुमेटी गठिया, क्रोहन रोग, अतिगलग्रन्थिता, लाइकेन प्लानस, मस्तिष्क पक्षाघात, पार्किंसन रोग और पेल्विक इन्फ्लामेट्री रोग शामिल हैं। सरकारी कर्मियों को इलाज के लिए विभागीय स्तर से ही मंजूरी लेनी होगी। इसके बाद ही इलाज पर खर्च की गयी राशि की प्रतिपूर्ति की जा सकेगी।
पहले 15 रोग थे सूची में शामिल
टीबी, कैंसर, कुष्ठ, ह्रदय की शल्य क्रिया के बाद की चिकित्सा पर व्यय, गुर्दा प्रत्यारोपण के बाद की चिकित्सा पर व्यय, लिवर प्रत्यारोपण के बाद की चिकित्सा पर व्यय को बहिर्वासी रोगों की सूची में शामिल किया गया। इस इसके कुछ दिनों के बाद पेटाइटिस-सी, हेपेटाइटिस- बी, लिवर सिरोसिस, हीमोफीलिया, प्लास्टिक एनीमिया, एड्स, कालाजार, लकवा और डायलिसिस को शामिल किया गया।
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