Home Bihar बेगूसराय में पुलिस का शर्मनाक कारनामा: शादी के अगले दिन लड़की को नाबालिग बताकर ससुराल से उठाया, 3 दिन थाने में रखा, पति धरने पर बैठा तो कोर्ट भेजा

बेगूसराय में पुलिस का शर्मनाक कारनामा: शादी के अगले दिन लड़की को नाबालिग बताकर ससुराल से उठाया, 3 दिन थाने में रखा, पति धरने पर बैठा तो कोर्ट भेजा

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बेगूसराय में पुलिस का शर्मनाक कारनामा: शादी के अगले दिन लड़की को नाबालिग बताकर ससुराल से उठाया, 3 दिन थाने में रखा, पति धरने पर बैठा तो कोर्ट भेजा

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बेगूसराय5 घंटे पहले

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प्रेम-प्रसंग के मामले में 24 जून को हुई थी नजमुन निशा और मो. सोनू अहमद की शादी। - Dainik Bhaskar

प्रेम-प्रसंग के मामले में 24 जून को हुई थी नजमुन निशा और मो. सोनू अहमद की शादी।

बेगूसराय के बलिया में पुलिस पर गंभीर आरोप लगा है। बलिया थाने में बीते तीन दिनों से शादीशुदा लड़की नजमुन निशा को पुलिस ने हिरासत में रखा था। मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा है। लड़की की शादी 24 जून को बेगूसराय में ही मो. सोनू अहमद से हुई थी। पुलिस उसे नाबालिग बताकर 25 जून को थाने ले आई। इस मामले में लड़की के पति और उसके परिवार ने मंगलवार को बलिया थाने पर हंगामा कर दिया। इसके बाद पुलिस ने लड़की को देर शाम बेगूसराय सिविल कोर्ट में पेश किया।

आज थाने पर हंगामा करते पति और उसके परिवार के सदस्य।

आज थाने पर हंगामा करते पति और उसके परिवार के सदस्य।

कोर्ट ने कहा- लड़की को जहां जाना है, जाने दें

सिविल कोर्ट में ACJM-1 राजीव कुमार के सामने लड़की ने कहा कि वह कानूनी तौर पर बालिग़ है और अपने पति के साथ रहना चाहती है। कोर्ट ने सभी कागजात देखने के बाद पुलिस को निर्देश दिया कि उसे बाइज्जत जहां जाना हो, जाने दिया जाए। इसके बाद बलिया थाना पुलिस लड़की को अपने गाड़ी से लेकर थाने चली गई।

वकील का आरोप- पुलिस ने धोखे से दर्ज किया है FIR

नजमुन निशा के पति मो. सोनू अहमद के वकील एसई अहमद के अनुसार पुलिस ने गलत तरीके से FIR दर्ज की है। पहले तो लड़की को 25 जून से उसके ससुराल से उठाकर ले गई। फिर लड़की के भाई द्वारा 26 जून को दिए आवेदन को 28 जून का बनाकर FIR दर्ज की। इसके बाद आज 29 तारीख को लड़की की बरामदगी दिखाई है।

वकील का यह भी कहना है कि पुलिस अभी भी लड़की पर उसके पैतृक घर (धनबाद) चले जाने का दबाव बना रही है। उसे डराया-धमकाया जा रहा है, जो कि बिलकुल ही गलत है।

पुलिस पर लड़की को छोड़ने के बदले एक लाख रुपए मांगने का भी आरोप

पति सोनू अहमद के अनुसार पुलिस उनकी गैरमौजूदगी में 25 जून को घर पहुंची और नजमुन निशा को उठाकर ले गई। जब वे लोग थाने पहुंचे तो पुलिस ने न कोई कारण बताया, न ही कोई सवाल का जवाब दिया। 3 दिन बीत जाने के बाद वो अपनी पत्नी की रिहाई के लिए आज बलिया थाने में धरना पर बैठ गए।

इस बीच पत्नी को घर से थाने लाने वाले एएसआई इम्तियाज ने उसे छोड़ने के लिए एक लाख रुपए की भी मांग की। इस पूरे घटनाक्रम पर बलिया थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए। उन्होंने सीधा कहा कि वरीय अधिकारियों से बात कीजिए।

24 जून को मुस्लिम रीति-रिवाज से हुई थी शादी

मामला बलिया नगर परिषद क्षेत्र के ऊपर टोला से जुड़ा है। यहां के निवासी इस्तियाक अहमद के 25 वर्षीय पुत्र मो. सोनू अहमद का प्रेम प्रसंग झारखंड के धनबाद के लोयावाद थाना क्षेत्र के सेंद्रा मदनाडीह के निवासी मो. मुंसफ की 22 वर्षीय नजमुन निशा से चल रहा था। बीते 24 जून को दोनों ने मुस्लिम रीति-रिवाज के मुताबिक बलिया में निकाह कर लिया था। निकाह के वक्त दोनों ही कानूनी तौर पर बालिग थे। दोनों के आधार कार्ड से इसकी पुष्टि होती है।

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