Home Bihar बोन मैरो ट्रांसप्लांट की जगी उम्मीद: छोटी बहन के लिए लगाई गुहार आई काम, सिम्मी की अपील पर CMC वेल्लोर ने एक सप्ताह के लिए रोका

बोन मैरो ट्रांसप्लांट की जगी उम्मीद: छोटी बहन के लिए लगाई गुहार आई काम, सिम्मी की अपील पर CMC वेल्लोर ने एक सप्ताह के लिए रोका

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बोन मैरो ट्रांसप्लांट की जगी उम्मीद: छोटी बहन के लिए लगाई गुहार आई काम, सिम्मी की अपील पर CMC वेल्लोर ने एक सप्ताह के लिए रोका

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26 मिनट पहले

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CMS वेल्लोर से मासूम सिम्मी ने लोगों से अपील की थी कि उसका मैसेज कोल इंडिया और सरकार तक पहुंचा दिया जाए। - Dainik Bhaskar

CMS वेल्लोर से मासूम सिम्मी ने लोगों से अपील की थी कि उसका मैसेज कोल इंडिया और सरकार तक पहुंचा दिया जाए।

  • थैलेसीमिया पीड़ित छोटी बहन सृष्टि को बोन मेरो ट्रांसप्लांट के लिए वेल्लोर गई है बड़ी बहन
  • भास्कर ने लोगों तक पहुंचाया था मासूम का बहन के लिए भेजा गया संदेश

थैलेसीमिया पीड़ित छोटी बहन को बोन मैरो ट्रांसप्लांट कराने परिवार के साथ CMC हॉस्पिटल वेल्लोर गई बड़ी बहन की अपील काम आई है। बोन मैरो ट्रांसप्लांट की उम्मीद फिर जगी है। कोल इंडिया के बजट के अभाव में उसे अस्पताल से वापस घर जाने को बोला गया था। मासूम की अपील के बाद हॉस्पिटल ने कोल इंडिया फंड के लिए एक सप्ताह के लिए वेल्लोर में रोका है। अस्पताल का कहना है कि कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है। यह कार्रवाई केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के हस्तक्षेप् के बाद हुई है। दैनिक भास्कर ने मंगलवार को मासूम के मैसेज को लोगों को तक पहुंचाया था। खबर चलने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने इसे गंभीरता से लिया।

मासूम ने कहा था मंत्री तक अपील पहुंचाया जाए
सहरसा की रहने वाली 8 साल की बेटी ने मार्मिक अपील की थी, जिसे मंगलवार 4 बजे पटना से लेकर बिहार के कई सोशल वर्करों के पास भेजा गया था। मैसेज में उसने कहा था कि अब उम्मीद टूट रही है, वह वापस बिहार लौट रही है। बहन को थैलेसीमिया से मुक्ति दिलाने की काफी उम्मीद थी, लेकिन अब हॉस्पिटल वाले यह कहकर वापस कर रहे हैं कि कोल इंडिया का पैसा नहीं आया है। मासूम ने लोगों से अपील की थी कि उसका मैसेज कोल इंडिया के साथ अश्विनी चौबे तक पहुंचा दिया जाए।

मुश्किल में पड़ गया था मासूम का परिवार
सहरसा के रहने वाले राजेश झा की 8 साल की बेटी सिम्मी ने मंगलवार की सुबह 4 बजे भेजे मैसेज में कहा था कि “अंकल हम बिहार वापस आ रहे हैं, हॉस्पिटल वाले कह रहे हैं कि कोल इंडिया का फंड नहीं आया है। मेरी नन्ही बहन का ऑपरेशन अब नहीं होगा, हमारा मैसेज कोल इंडिया तक पहुंचा दें। सिम्मी झा का यह मैसेज तमिलनाडु से था। वह वहां थैलीसीमिया पीड़ित और हर 15 दिन में ब्लड चढ़वा रही अपनी 3 साल की नन्ही बहन सृष्टि झा के लिए बोन मैरो डोनेट करने गई है। बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री के 8 लाख के सहयोग के बाद कोल इंडिया की तरफ से दिया जाने वाला 10 लाख का फंड CMC वेल्लोर नहीं पहुंचा है। इस कारण हॉस्पिटल बोन मैरो ट्रांसप्लांट नहीं कर रहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने दी दखल
मासूम की अपील के बाद मंत्री अश्विनी चौबे तक जब मासूम का मैसेज पहुंचा तो उन्होंने इस मामले में हस्तक्षेप किया और अब CMC मैनेजमेंट ने राजेश झा को एक हफ्ते वेल्लोर में ही रुकने का निर्देश दिया है। मैनेजमेंट के अनुसार ऑपरेशन के लिए जरूरी कोल इंडिया के फंड के लिए पेपर वर्क पूरा किया जा रहा है। पिता राजेश झा ने मासूम सृष्टि झा के बोन मैरो ट्रांसप्लांट में जरूरी कोल इंडिया फंड दिलवाने में प्रयास कर रहे लोगों का आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि अब उम्मीद है सृष्टि के ऑपरेशन में आने वाली सभी रुकावटें जल्द से जल्द खत्म हो जाएंगी।

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