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OCCRP Report: साल की शुरुआत में जनवरी में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों के बाद अडानी ग्रुप (Adani Group) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. नॉन प्रॉफिट मीडिया संगठन आर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) रिपोर्ट के अनुसार पहला निवेशक संयुक्त अरब अमीरात से है, जिसका नाम नासिर अली शाबान अहली है. वहीं दूसरा निवेशक ताइवान का है, जिसका नाम चांग चुंग-लिंग है.
गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी के करीबी
इस मामले में इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर में दावा किया गया है कि दोनों ही शेल कंपनियां हैं और ये ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड (BVI) में पंजीकृत हैं. इनवेस्टिगेटिव जर्नलिज्म के अंतरराष्ट्रीय संगठन की पेंडोरा पेपर्स की जांच में यह सामने आया है. ग्लोबल जर्नलिज्म नेटवर्क ओसीसीआरपी (OCCRP) की रिपोर्ट के अनुसार नासिर अली शाबान अहली और चांग चुंग-लिंग अडानी ग्रुप के फाउंडर गौतम अदानी के भाई विनोद अदानी के करीबी हैं.
खुद अपने ही स्टॉक में निवेश किया
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में बताया गया कि अहली ने गल्फ एशिया ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लिमिटेड का इस्तेमाल किया. वहीं, चांग ने लिंगो इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के जरिये निवेश किया है. ओसीसीआरपी की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि अडानी ग्रुप ने गुपचुप तरीके से खुद अपने ही स्टॉक खरीदकर शेयर बाजार में लाखों डॉलर का निवेश किया. अडानी ग्रुप के अरबों रुपयों के स्टॉक खरीदने और बेचने वाले दोनों व्यक्तियों ने अडानी फैमिली के नजदीकी रिश्ते हैं.
दोनों ही व्यक्ति अडानी ग्रुप से जुड़ी कंपनियों के निदेशक और शेयरधारक रहे हैं. आपको बता दें नासिर अली शाबान अहली, यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) के कारोबारी हैं. वह UAE की कंसल्टेंसी कंपनी अल अल जव्दा ट्रेड एंड सर्विसेस के डायरेक्टर हैं. वहीं, चांग चुंग लिंग गुदामी इंटरनेशनल के मालिक हैं.
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