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पटना21 मिनट पहले
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
बच्चों को बड़ों की तरह कोरोना वैक्सीन नहीं लगेगी। वैक्सीन तो बड़ों वाली ही होगी लेकिन लगाने का तरीका अलग होगा। बच्चों के लिए निडिल फ्री डिवाइस तैयार की गई है। इससे वैक्सीनेशन आसान होगा। बच्चों की स्किन से डिवाइस का संपर्क होते ही वैक्सीनेशन हो जाएगा। इसमें बच्चों को दर्द भी नहीं होगा। व्यस्कों में निडिल को मस्कुलर में घुसाकर वैक्सीन दी जाती है लेकिन बच्चों में बाजू के स्किन की उपरी परत में ही 0.1 ML वैक्सीन दी जाएगी। बिहार में बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर चल रहे प्रशिक्षण में नए डिवाइस की ऑपरेटिंग बताई जा रही है।
बिहार में 38 जिलों के अधिकारियों का प्रशिक्षण
बिहार में बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है ताकि वैक्सीन आते ही टीकाकरण शुरू किया जा सके। 38 जिलों के प्रतिरक्षण पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रतिरक्षण पदाधिकारियों को बच्चों के वैक्सीनेशन की बेसिक जानकारी दी जा रही है।
जानिए कैसे होगा बच्चों का वैक्सीनेशन
बच्चों को कोरोना वैक्सीन से वैक्सीनेट करने को लेकर अब तक का जो प्लान है, उसके मुताबिक नई डिवाइस से ही बच्चों को वैक्सीनेट किया जाएगा। प्रशिक्षण में शामिल होने वाले जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग से नए डिवाइस के बारे में और उसके ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में बताया गया है। इसमें किसी प्रकार का कोई निडिल नहीं लगा है। देखने से सूई का आकार भी नहीं है जिससे बच्चों में कोई डर पैदा हो।
पूरी तरह से अलग होगा सिस्टम
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इसमें ऐसा सिस्टम बनाया गया है। इससे वैक्सीनेशन भी बड़ों की अपेक्षा काफी आसान है। डिवाइस में एक छोटा सा प्वाइंट है जो डिस्पोजेबल है। बस इस पॉइंट को बच्चों के बाजू के स्किन में टच कराकर पुश कर दिया जाएगा। इस सिस्टम से 0.1 ML वैक्सीन बच्चों के बाजू की स्किन की उपरी सतह में लग जाएगी।
पटना के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक का कहना है कि बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर तैयारी चल रही है। पहला प्रशिक्षण दिया गया है जिसमें डिवाइस के बारे में बताया गया है। सरकार की अभी कोई गाइडलाइन नहीं है, लेकिन तैयारी चल रही है। आगे जो भी गाइडलाइन मिलती है, उसके हिसाब से प्रशिक्षण किया जाएगा।
स्कूलों में चल रही है डेटा बनाने की तैयारी
ऑल इंडिया प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद शमायल अहमद का कहना है कि बच्चों की वैक्सीनेशन को लेकर स्कूल में भी इंतजार है। क्योंकि कोरोना के कारण बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से चौपट हो गई है। उनका कहना है कि स्कूल को कहा गया है कि वैक्सीनेशन में सरकार की हर स्तर से मदद की जाएगी। स्कूलों में पूरा डेटा है और कहा गया है कि उम्र के हिसाब से पूरी जानकारी तैयार की जाए। ऐसा करने से बच्चों के वैक्सीनेशन में काफी तेजी आएगी और काम भी आसान हो जाएगा। स्कूल वैक्सीन को लेकर गंभीर हैं और वैक्सीन आते ही वह इस दिशा में हर स्तर से सहयोग के लिए तैयार भी हैं।
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