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नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज 8वां दिन है. इसका पूरी दुनियाभर में असर देखने को मिल रहा है. युद्ध के पहले दिन ही भारत का शेयर मार्केट डाउन हो गया था. इसके साथ ही तेल की कीमतों में भी उबाल देखने को मिल रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि भारत में यूपी चुनाव के अगले हफ्ते से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो सकती है.
कच्चे तेल की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
आपको बता दें, इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड यानी कच्चे तेल की कीमतें 111 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. यह क्रूड के लिए करीब 8 साल का हाई है. डबल्यूटीआई क्रूड भी 109 डॉलर प्रति बैरल के करीब ट्रेड कर रहा है. दुनियाभर में सप्लाई कम होने और आगे और शॉर्टेज घटने के अंदेशा के चलते क्रूड में जोरदार उछाल देखने को मिला है. इसके चलते अगले 1 महीने में क्रूड ऑयल की कीमतों में 10 से 15 फीसदी और तेजी आएगी.
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पेट्रोल डीजल की बढ़ेंगी कीमतें!
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, IIFL के VP-रिसर्च अनुज गुप्ता का कहना है कि ब्रेंट अभी 111 डॉलर प्रति बैरल के करीब है. यह करीब 7.5 साल का हाई है. जबकि एमसीएक्स पर क्रूड लाइफ टाइम हाई 8088 रुपसे पर पहुंच गया है. जियोपॉलिटिकल रिस्क और सप्लाई कंसर्न के चलते क्रूड अगऔर 1 महीने में 125 डॉलर प्रति बैराल तक महंगा हो सकता है. वहीं एमसीएक्स पर यह 8500 से 8700 रुपये तक पहुंच सकता है. इसके अलावा भारत में पेट्रोल और डीजल में लंबे समय से कोई बदलाव नहीं हुआ है. लेकिन क्रूड महंगा होने से बैलेंसशीट पर दबाव बहुत ज्यादा है. ऐसे में चुनाव के बाद पेट्रोल और डीजल 15 रुपये से 20 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ोतरी होने का अनुमान है.
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120 दिनों से नहीं बदले पेट्रोल-डीजल के दाम
बता दें कि पिछले 120 दिनों से देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है. जबकि इसी दौरान कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से बढ़त हुई है और यह दो महीने के उच्चतम लेवल पर पहुंच गया है.
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