Home Bihar मंत्री के बाद अब प्रधान सचिव पहुंचे सिल्क इंस्टीट्यूट: साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के साथ मिल कर कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा उद्योग विभाग

मंत्री के बाद अब प्रधान सचिव पहुंचे सिल्क इंस्टीट्यूट: साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के साथ मिल कर कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा उद्योग विभाग

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मंत्री के बाद अब प्रधान सचिव पहुंचे सिल्क इंस्टीट्यूट: साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के साथ मिल कर कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा उद्योग विभाग

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भागलपुर39 मिनट पहले

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भागलपुर समीक्षा के लिए पहुंचे प्रधान सचिव। - Dainik Bhaskar

भागलपुर समीक्षा के लिए पहुंचे प्रधान सचिव।

भागलपुर में उद्योग विभाग के प्रधान सचिव पहुंचे थे। समीक्षा भवन में उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना व उद्योग विभाग की अन्य योजनाओं की विस्तृत समीक्षा हुई। समीक्षा के कम में पाया गया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजनान्तर्गत बैंकों के द्वारा ऋण स्वीकृति एवं भुगतान लक्ष्य के विरूद्ध काफी कम है। जिस पर प्रधान सचिव के द्वारा बैंको के प्रति काफी असंतोष प्रकट किया गया। जिलाधिकारी को निर्देशित किया गया कि उक्त योजनान्तर्गत सभी बैंकर्स के साथ विस्तृत बैठक कर ऋण स्वीकृति एवं भुगतान से संबंधित प्रतिवेदन निदेशालय को उपलब्ध कराया जाय।

पढ़ाई शुरू हाेने की जगी उम्मीद

नाथनगर स्थित बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान (सिल्क इंस्टीट्यूट) में फिर से पढ़ाई शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने पहल शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले उद्याेग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने संस्थान का जायजा लिया था। अब शनिवार काे उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पॉन्ड्रिक व राज्यस्तरीय अधिकारियों की टीम ने सिल्क इंस्टीट्यूट का निरीक्षण किया और संसाधनाें का जायजा लिया। निरीक्षण के बाद प्रधान सचिव ने बताया कि वर्षों से बंद पड़े रेशम एवं वस्त्र संस्थान मेें फिर से किस प्रकार के कोर्स शुरू कराए जा सकते हैं, इन बिंदुओं पर यहां का निरीक्षण किया है। विभागीय एवं राज्य सरकार के स्तर पर विचार-विमर्श के बाद इस दिशा में निर्णय लिया जाएगा। साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के साथ मिल कर यहां कुछ काेर्स की पढ़ाई शुरू की जाए, इसको लेकर बात चल रही है।

जल्द ही पटना के खादी मॉल में कई उद्यमी को मिलेगी जगह

मुख्यमंत्री एससी-एसटी एवं अतिपिछड़ा वर्ग योजनान्तर्गत पूर्व में लाभान्वित उद्यमियों के साथ बात हुई। इसी क्रम में आशा रानी द्वारा बताया गया कि वो रेडिमेड गार्मेन्ट्स निर्माण का कार्य करती है। अगर सरकारी विद्यालयों के बच्चों के ड्रेस बनाने का आर्डर प्राप्त होता तो उद्योग आगे बढ़ता। अजय कुमार रविदास के द्वारा बताया गया कि उन्हें फुटवियर शोल मैकिंग मशीन एवं लेदर प्रोसेसिंग मशीन की आवश्यकता है। जिससे कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है।

अजय कुमार आलोक के द्वारा बताया गया कि वे अपने मसाला उत्पाद को खादी मॉल पटना में बेचना चाहते हैं। जिस पर प्रधान सचिव ने कहा आपको जल्द ही खादी मॉल पटना में जगह उपलब्ध करा दी जायेगी। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने अनुरोध किया गया कि जिला औद्योगिक नवप्रवर्त्तन योजना के तहत संचालित हनी प्रोसेसिंग प्लांट में निर्मित हनी के विक्रय के लिए भी खादी मॉल, पटना में जगह दी जाए।

नाथनगर स्थित रेशम संस्थान को देखते उद्योग विभाग के प्रधान सचिव ‌ व उपस्थित जीएम व अन्य पदाधिकारी। इस संस्थान के अब जल्द ही पढ़ाई शुरू हो सकती है।

नाथनगर स्थित रेशम संस्थान को देखते उद्योग विभाग के प्रधान सचिव ‌ व उपस्थित जीएम व अन्य पदाधिकारी। इस संस्थान के अब जल्द ही पढ़ाई शुरू हो सकती है।

इन योजनाओं की हुई समीक्षा, दिए कई निर्देश

उक्त बैठक में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अति पिछड़ा वर्ग / महिला एवं युवा उद्यमी योजना के साथ-साथ उक्त योजनान्तर्गत पूर्व में लाभान्वित हुए उद्यमियों के साथ संवाद, जिला औद्योगिक नवप्रवर्त्तन योजना, पीएसयू आधारित कलस्टर से संबंधित योजना, राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद, हस्तकरघा एवं रेशम प्रक्षेत्र की योजना एवं प्रधानमंत्री बुनकर मुद्रा योजना आदि के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई।

हैंडलूम मार्क निबंधन योजना व पीएम बुनकर मुद्रा योजना पर असंतोष व्यक्त

हस्तकरघा एवं रेशम प्रक्षेत्र की योजनाओं के समीक्षा के कम में हैण्डलूम मार्क निबंधन की योजना एवं प्रधानमंत्री बुनकर मुद्रा योजना से संबंधी प्रगति पर काफी असंतोष प्रकट किया गया। इसके बाद निर्देशित किया गया कि जून 2022 तक उक्त योजना में शत प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित किया जाय।

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