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बगहा20 मिनट पहले
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नदी किनारे फंसे हुए लोगों का इंतजार करते परिजन।
बगहा के रामनगर प्रखंड के गुदगुदी पंचायत स्थित पथरी गांव के 28 लोग नदी के पारी यानी दूसरी छोर पर फंस गए हैं। यह दूसरा भाग जंगल से लगा हुआ है। वहीं एक महिला भी लापता है। मसान नदी की तेज धार के बीच लोगों को पार कर घर आना मुश्किल है। हालांकि अभी प्रशासन के अधिकारी वहां तक नहीं पहुंचे हैं। अधिकारियों का कहना है कि SDRF की टीम को सूचना दे दी गई है वे जल्द ही पहुंच जाएंगे। लोगों को अबतक नदी इस पार लाने में सफलता नहीं मिली है।
दरअसल, रविवारा दोपहर पथरी गांव के लगभग 28 लोग मवेशी चराने नदी के पार गए थे। शाम में लौटते वक्त नदी के जलस्तर में अचानक करीब 6 फीट की बढ़ोत्तरी हो गई, जिसके कारण लोग उस साइड से इधर आने में असमर्थ हो गए। इधर, कुछ लोगों से परिवार वालों की मोबाइल पर बात हो रही है। लेकिन नदी का पानी इतना तेज है की ऐसी स्थिति में नदी पार करना नामुमकिन है।
सेवरही बरवा सरेह में फसे लोग
प्रतिदिन की तरह यहां के ग्रामीण अपने पशुओं के साथ नदी के दूसरी तरफ मसान नदी को पार कर पशुओं को चराने के लिए गए । जिसमें 12 साल से लेकर 16 साल तक के 20 युवा और बच्चे शामिल है। वहीं कुछ वृद्ध नदी में फंसे हुए हैं।
एक महिला का नहीं चल रहा है पता
इसी गांव की एक महिला शोभा देवी बकरी चराने के लिए नदी के दूसरे भाग में गई थी। जिसका पता अब तक नहीं चल पा रहा है । इस घटना के बाद पूरे गांव में माहौल गमगीन हो गया है। लोगों के अंदर तरह तरह की भावनाएं उत्पन्न हो रही हैं ।
यह लोग हैं फंसे
मवेशी चराने गए व्यक्तियों की पहचान, ललन यादव, भुतेमन यादव, भोला यादव, सहादुल गद्दी, उमेश यादव, अनिल चैधरी, शम्भू यादव, सोनेलाल, रोहित चौधरी, अंगद चौधरी आदि फंसी हुई। लोगों ने आरोप लगाया कि सूचना के बाद भी कोई अधिकारी नहीं पहुंचे हैं । वहीं दूसरी तरफ लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण नदी के दूसरे किनारे में फंसे लोगों की स्थिति खराब है ।
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