Home Bihar मुंगेर में धनतेरस पर गंगा मैया की महाआरती, मना दीपोत्सव: 5 साल से धनतेरस पर मनता है दीपोत्सव, घी और तिल के जलाए गए 5 लाख दीये

मुंगेर में धनतेरस पर गंगा मैया की महाआरती, मना दीपोत्सव: 5 साल से धनतेरस पर मनता है दीपोत्सव, घी और तिल के जलाए गए 5 लाख दीये

0
मुंगेर में धनतेरस पर गंगा मैया की महाआरती, मना दीपोत्सव: 5 साल से धनतेरस पर मनता है दीपोत्सव, घी और तिल के जलाए गए 5 लाख दीये

[ad_1]

Bhagalpur2 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
कल्याणपुर गांव में गंगा की महाआरती करते पुजारी। - Dainik Bhaskar

कल्याणपुर गांव में गंगा की महाआरती करते पुजारी।

भागलपुर से सटे मुंगेर जिले की कल्याणपुर बस्ती पर्यावरण और समाज के लिए कल्याणकारी कार्यों में जुटी है। वहां कोरोना संक्रमण के दोनों लहर में ज्यादा असर नहीं दिखा। पर्यावरण की शुद्धता को लेकर यह अनोखी पहल है। यह पिछले 5 वर्षों से अनवरत जारी है। ठीक बरसात के बाद भगवती मां दुर्गा के प्रांगण में दीपोत्सव मनाया जाता है। कल्याणपुर गांव से सटे घाट पर गंगा मां की भव्य महाआरती की जाती है। इस दीपोत्सव में घी और तिल के तेल से दीप जलाए जाते हैं।

357 साल पुरानी भगवती मां दुर्गा के प्रांगण में इस बार 5 लाख दीये जलाए गए। कल्याणपुर के ग्रामीण एवं आयोजक डॉक्टर नीतीश दुबे ने बताया कि बरसात के बाद दीपोत्सव का एक बड़ा फायदा देखने को मिला है। मानव स्वास्थ्य के लिए जो भी शत्रु कीट हवा में पनपता है, उसका विनाश हो जाता है। उसके अलावा दीपोत्सव के आयोजन में समाज का भरपूर सहयोग रहता है। दीपोत्सव की रात संपूर्ण गांव के लोग महाभंडारा में ही प्रसाद ग्रहण करते हैं।

कल्याणपुर गांव की सामाजिक एकता व भाईचारे को लेकर मुंगेर रेंज के डीआईजी पंकज सिन्हा भी वहां सपरिवार पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस गांव की कहानी प्रेरणादायी है। सूबे में इस तरीके की महाआरती और दीपोत्सव में पहली बार शामिल होने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि यह पर्यावरण और समाज के लिए हितकर है। वहीं, आयोजक डॉ. नीतीश दुबे ने बताया कि जो उन्हें समाज से मिला है, उसे उसी समाज को सुपुर्द कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो लोग सक्षम हैं, उन्हें भी समरस समाज के लिए आगे आना चाहिए।

खबरें और भी हैं…

[ad_2]

Source link