मुंगेर में पढ़ाई के बाद शुरू की अपराध की यूनिवर्सिटी: बेगूसराय के सत्यम को हुई 10 साल की सजा, AK-47 के साथ पकड़ाया था

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मुंगेर में पढ़ाई के बाद शुरू की अपराध की यूनिवर्सिटी: बेगूसराय के सत्यम को हुई 10 साल की सजा, AK-47 के साथ पकड़ाया था


बेगूसराय41 मिनट पहले

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सत्यम की फाइल फोटो।

बेगूसराय जिले में एक बार फिर एके-47 असाल्ट राइफल के बारे में हर ओर चर्चा हो रही है। दरअसल बेगूसराय के प्रमंडल मुख्यालय मुंगेर में साल 2018 में भारी मात्रा में बरामद हुए एके-47 के मामले में सोमवार को कोर्ट ने 2 दोषियों को सजा सुनाया है। इनमें से एक बेगूसराय जिला का निवासी है। एस कमाल थाना क्षेत्र के सबदलपुर गांव निवासी सत्यम कुमार को कोर्ट ने एके-47 के मामले में 10 साल की सजा व अर्थदंड सुनाया है। हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है, जब जिले में AK 47 को लेकर चर्चा हो रही हो। बीते साल बेगूसराय शहर से एक एके-47 दो मैगजीन सहित भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए थे। उससे भी पहले कई बार समय अंतराल पर कई एके-47 की बरामदगी बेगूसराय जिले से हो चुकी है।

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क्या है बेगूसराय के सत्यम का मुंगेर कनेक्शन

बेगूसराय के सबदलपुर गांव निवासी सत्यम कुमार अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले स्नातक तक की पढ़ाई मुंगेर के आरडी एंड डीजे कॉलेज से कर रखी है। बेगूसराय खगड़िया और मुंगेर के बॉर्डर इलाके में गंगा तट पर बसे गांव सबदलपुर और मुंगेर के बीच में सिर्फ गंगा नदी का फासला है। इस क्षेत्र के लोग बेगूसराय जिला मुख्यालय से अधिक दूरी व मुंगेर कम दूरी पर होने के कारण उच्च शिक्षा व अन्य कई कार्यों से मुंगेर जाना लगा रहता था। सत्यम ने भी दसवीं की पढ़ाई गांव में पूरी कर उच्च शिक्षा के लिए मुंगेर पहुंचकर आरडी एंड डीजे कॉलेज में पढ़ाई शुरू की थी।

बीतते वक्त और गलत संगति के असर के कारण सत्यम अपराध की दुनिया में चला गया। जहां उसने अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा से खेलना शुरू कर दिया था। पर एक कहावत है कि अपराधी कितना भी शातिर हो जाए कानून के लंबे हाथ उसकी गर्दन तक जरूर पहुंचते हैं। यह कहावत सत्यम पर चरितार्थ हो गई। बहरहाल सत्यम की पूरी फैमिली सबदलपुर गांव में रहती है। सत्यम चार भाई बहनों में सबसे बड़ा भाई है। सत्यम के पिता इस दुनिया में नहीं है। वही मां गृहिणी है। सामान्य परिवार से आने वाले सत्यम के घर की माली हालात अच्छी है। बेगूसराय से उच्च शिक्षा के लिए मुंगेर पहुंचे सत्यम अपराध की दुनिया से गुजरते हुए अब 10 सालों के लिए सलाखों के पीछे रहेगा। सत्यम से जुड़ी और भी जानकारी के लिए उनके परिजनों से जब बात करने की कोशिश की गई उन्होंने कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया। सत्यम अभी कुंवारा है। जबकि उसकी एक बहन की शादी हो चुकी है।

क्या था AK 47 प्रकरण

साल 2018 में मुंगेर जिले के कोतवाली पुलिस के द्वारा एके47 की खरीद बिक्री की सूचना के बाद छापेमारी में मुंगेर स्टेशन के पास से मुंगेर दिलावरपुर निवासी मो. इरशाद और बेगुसराय निवासी सत्यम को एक एके 47, मैगजीन और खरीद के लिए लाए 50 हजार रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी मामले में सोमवार को मुंगेर कोर्ट के द्वारा सजा का एलान किया गया। जिसमें सत्यम व इरशाद को दस दस साल की कैद व अर्थदण्ड की सजा सुनाई गई है।

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