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मुंगेर28 मिनट पहले
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घटना के बाद दोनों गुटों के बीच स्थिति तनावपूर्ण है। जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही।
मुंगेर में शनिवार देर शाम दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक ही संप्रदाय के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी भी की गई, जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए। सभी घायल का इलाज निजी क्लीनिक में कराया गया। जबकि पत्थरबाजी के दौरान पुलिस की जीप भी क्षतिग्रस्त हो गई।
घटना के बाद पूजा कमेटी के सदस्य दूसरे पक्ष पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे। साथ ही प्रतिमा विसर्जन नहीं करने की बात पर अड़ गए। वहीं, मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन द्वारा कमेटी के सदस्यों को काफी देर तक समझाने बुझाने का प्रयास किया गया। बाद में जब वह नहीं माने तो पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। जिसके बाद स्थिति सामान्य हुई।
घटना के बाद पुलिस जवान द्वारा ही प्रतिमा को लगभग एक किलोमीटर खुद खींच कर ले गए। लगभग एक घंटा बाद प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पूजा कमेटी के सदस्यों को वापस बुलाया गया। तब जाकर प्रतिमा का विसर्जन कराया गया। घटना के बाद दोनों गुटों के बीच स्थिति तनावपूर्ण है। जिसके कारण पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही। सुरक्षा को लेकर सदर एसडीओ और सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस जवान के साथ फ्लैग मार्च निकालकर लोगों को शांति बनाए रखने की अपील की गई।
मुंगेर में शनिवार देर शाम दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक ही संप्रदाय के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई।
जानकारी के मुताबिक नयारामनगर थाना क्षेत्र स्थिति दुर्गा पूजा समिति महमदा द्वारा शनिवार को प्रतिमा विसर्जन के लिए शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा गढ़ीरामपुर गांव प्रवेश करने के बाद कुछ देर के लिए वहीं थम गई। काफी देर तक जब शोभायात्रा आगे नहीं बढ़ा तो कुछ स्थानीय लोगों ने कहा कि अब शोभायात्रा को आगे ले जाइए। बावजूद शोभायात्रा वहां से आगे नहीं बढ़ी।
इसके बाद स्थानीय थाना पुलिस ने भी शोभायात्रा को आगे बढ़ाने के लिए समिति के लोगों से अपील की। बावजूद शोभायात्रा वही रूककर डंके पर चोट देती रही। इतने में किसी शरारती तत्व ने भीड़ पर एक पत्थर फेंक दिया। जिसके बाद चारों ओर से ईंट-पत्थर चलने लगा। जिसमें लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए। जिसके बाद स्थानीय थाना पुलिस ने पूजा समिति के लोगों से प्रतिमा आगे बढ़ाने को कहा तो कुछ युवकों ने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारें लगाते हुए पुलिस के वाहन को क्षति पहुंचाई।
बाद में पूजा समिति के लोग अड़ गए कि अब पहले शरारती तत्वों पर कार्रवाई हो, वरना प्रतिमा का विसर्जन नहीं किया जाएगा। जिसके बाद पुलिस पदाधिकारी व प्रशासनिक पदाधिकारी मौके पर पहुंचे तथा पूजा समिति के लोगों को काफी समझाने की कोशिश की।
घटना के बाद पूजा कमेटी के सदस्य दूसरे पक्ष पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे।
बावजूद कुछ उपद्रवियों के बहकावे में आकर पूजा समिति के लोग प्रतिमा को वापस महमदा गांव ले जाने लगे। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और बल प्रयोग कर वहां से उपद्रवियों को खदेड़ दिया। इस भगदड़ में पूजा समिति के लोग भी वहां से भाग गए। अंतत: पुलिस प्रशासन को खुद से ही ट्रॉल को खींचते हुए प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाना पड़ा। हालांकि नौवागढ़ी मस्जिद मोड़ के समीप प्रशासन ने कई घंटों तक पूजा समिति के लोगों को प्रतिमा विसर्जन के लिए बुलाने का प्रयास किया और काफी इंतजार के बाद पूजा समिति के कुछ लोग मस्जिद मोड़ के समीप पहुंचे। जिसके बाद मनियारचक गंगा घाट में प्रतिमा का विसर्जन किया गया। प्रतिमा विसर्जन के उपरांत रात में ही पुलिस प्रशासन द्वारा गढ़ीरामपुर तथा महमदा गांव में फ्लैग मार्च निकाला गया।
इधर घटना के संबंध में जानकारी देते हुए सदर एसडीओ यतेंद्र कुमार पाल ने जानकारी देते हुए कहा कि जमालपुर प्रखंड अंतर्गत गढ़ीरामपुर एवं महमदा के एक ही समुदाय के दो पक्षों के बीच जमीनी विवाद को लेकर विसर्जन के क्रम में विवाद हो गया। जिसके बाद पुलिस बल के साथ पहुंच कर सभी से बात की गई।
जो भी विवाद के कारणों के लिए दोषी हैं, उनके विरुद्ध कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। अभी इस मामले में पहली प्राथमिकता प्रतिमा विसर्जन की थी, जो करवा दिया है। आगे की कार्रवाई के लिए अलग-अलग बिंदुओं पर तहकीकात किया जा रहा है। इस मामले में जो-जो लोग दोषी हैं, सभी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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