युवक के अपहरण का मामला: 90 लाख का सोना लूटने के बाद ईद पर घर आया था आलम, पर पुलिस को भनक नहीं

0
64


भागलपुरएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक
  • 6 फरवरी को लूटा सोना
  • 29 अप्रैल को किया अपहरण
  • सोयी रही पुलिस

90 लाख के सोना लूट में अब तक मास्टरमाइंड मोअज्जमचक निवासी आलम की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस लगातार उसकी टोह ले रही है। अब तक की पुलिस की जांच में आया है कि 6 फरवरी को 90 लाख का सोना लूटने के करीब पौने 3 माह बाद आलम ईद पर अपने घर मोअज्जमचक आया था। इसी दौरान उसे पता चला कि राबिया कॉलोनी निवासी सरफराज उसकी बेटी से प्यार करता है। इस कारण आलम और उसके सहयोगियों ने सरफराज से मारपीट की और उसका अपहरण कर लिया था। लेकिन टाेह में रहने के बावजूद लोकल पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी। अपहृत सरफराज की मां बीबी सीमा ने जब मामले में हबीबपुर थाने में केस दर्ज कराया, तब पुलिस को पता चला कि जिन लोगों ने सोना लूटा है।

उन्हीं लोगों ने सरफराज का अपहरण भी किया है। पुलिस की जांच में आया है कि अपहृत सरफराज और सोना लूट में जेल गए आरोपियों के मोबाइल का अंतिम लोकेशन बिहपुर इलाके में एक साथ मिला था। यानी इस बात की प्रबल संभावना है कि अपहरण के बाद सरफराज को आलम और उसके सहयोगी गंगा पार ले गए थे। सोना लूट में जेल भेजे गए 2 बदमाश भी बिहपुर इलाके के रहने वाले हैं।
आलम के पास है लूटा गया सोना
सोना लूट की वारदात के बाद सारे बदमाश नवगछिया भाग गए थे। नवगछिया से बिट्‌टू और सत्यम अपने घर चला गया था, जबकि लूटा गया सोना लेकर शहजादा और आलम सहरसा चले गए थे। लूटे गए सोने को बेचने के बहाने आलम, शहजादा को सहरसा में छोड़ कर चला गया था।

10 फरवरी को शहजादा सहरसा से अपने घर चला आया था। भागलपुर आने पर भी आलम से संपर्क नहीं हुआ। आलम के पास ही लूटा गया है सारा सोना है। अपहृत सरफराज का डेढ़ माह बाद भी पता नहीं चल पाया है। उसकी मां बीबी सीमा ने बताया कि पुलिस उसके बेटे को खोजे।
पुलिस ने एक संदिग्ध को उठाया, पूछताछ
90 लाख के सोना लूट मामले में कोतवाली पुलिस ने एक संदिग्ध को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उक्त संदिग्ध भागलपुर जिले के बाहर का बताया जाता है। उसे किसी गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है। माना जा रहा है कि लूटे गए सोने के बारे में उससे कुछ अहम जानकारी मिल सकती है। फिलहाल पुलिस इस बारे में कुछ नहीं बता रही है।

खबरें और भी हैं…



Source link