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रांची5 घंटे पहले
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पुलिस को मिला अधिकारी का परिचय पत्र।
रांची के मेनरोड के कैपिटल हिल में शनिवार को भारत हेवी इलेक्ट्रिक्लस लिमिटेड(BHEL ) के एडिशनल GM मनोज कुमार सिंह मृत अवस्था में पाए गए। वह मूलरूप से बिहार के अररिया जिले के रहने वाले थे। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के काशी में पदस्थापित थे। गत 3 मार्च को अपने सहयोगी उपेंद्र कुमार मांझी के साथ कार्यालय संबंधी कार्य के लिए शहर आए थे। बताया जा रहा है कि HEC में उन्हें कुछ काम था। वह कैपिटल हिल के कमरा नंबर 209 में रूके थे। वहीं कमरा नंबर 207 में उपेंद्र कुमार रजक ठहरे हुए थे।
शुक्रवार की रात दोनों अधिकारियों ने एक साथ खाना खाया। कुछ देर टहलते हुए बातचीत की। इसके बाद दोनों अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। शनिवार की सुबह नौ बजे उपेंद्र कुमा ने नाश्ता करने के लिए मनोज कुमार सिंह को फोन किया। कई बार फोन करने के बाद भी जब कोई जवाब नहीं मिला तो होटल के मैनेजर को जानकारी दी।
होटल के कर्मचारियों ने कई बार दरवाजे के बाहर से आवाज लगाई। दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद हिंदपीढ़ी थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। इसमें शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को कब्जे में लेकर RIMS भेज दिया। इसके बाद परिवार को सूचना दी गई। देर रात परिवार के लोग बनारस से रांची पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद शव को अररिया स्थित पैतृक गांव ले जाया गया। जानकारी के अनुसार एजीएम के दो बेटे अभिषेक और अंकुर भी इंजीनियर हैं।
हार्ट अटैक से मौत की आशंका, RIMS में जुटे भेल के कर्मी
बिस्तर पर जिस प्रकार शव पड़ा हुआ था इससे आशंका जताई जा रही है कि मनोज कुमार सिंह की मौत हार्ट अटैक से हुई है। हालांकि, हिंदपीढ़ी थाने की पुलिस ने गहनता से कमरे की छानबीन की। कमरे के आसपास लगे CCTV कैमरों को भी खंगाला गया। साथ में रह रहे सहकर्मी से भी पूछताछ की गई। छानबीन के दौरान AGM के शरीर पर चोट आदि के निशान नहीं पाए गए। इधर, मौत की सूचना मिलते ही रांची में कार्यरत भेल के कई कर्मी RIMS स्थित पोस्टमार्टम हाउस में जुट गए। पोस्टमार्टम के बाद भेल के कर्मी खुद शव लेकर उनके पैतृक गांव गए।
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