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रोहतासएक घंटा पहले
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कुछ देर बाद सीनियर स्टाफ की ड्यूटी लगाकर कैश लेन को सुचारू रूप से संचालित किया जाने लगा।
NH-2 स्थित मलवार टॉल प्लाजा पर मंगलवार को वेतन नहीं मिलने से नाराज टोल कर्मियों ने जमकर प्रदर्शन किया। गुस्साए कर्मियों ने फास्ट टैग को छोड़कर कैश वाली लाइन को कुछ देर के लिए फ्री कर दिया, जिससे कई वाहन बिना भुगतान किए ही टॉल पार कर गए।
हालांकि कुछ देर बाद सीनियर स्टाफ की ड्यूटी लगाकर कैश लेन को सुचारू रूप से संचालित किया जाने लगा। फिर भी टॉल कर्मी काम पर नहीं लौटे। वह हड़ताल कर कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए।
टॉल कर्मियों का कहना है कि मई से ही हम लोगों का वेतन नहीं मिला है।
जब तक सैलरी नहीं, तब तक काम नहीं
कर्मियों का कहना है कि जब तक उन्हें सैलरी नहीं मिलती, तब तक वह काम पर नहीं लौटेंगे। हालांकि टॉल मैनेजर निशांत राज ने कर्मचारियों को समझा-बुझाकर वापस काम पर लौटने की अपील भी की, लेकिन कर्मी हड़ताल पर ही बैठे रहे।
टॉल कर्मियों का कहना है कि मई से ही हम लोगों का वेतन नहीं मिला है। वेतन को लेकर कोई भी स्थानीय पदाधिकारी साफ बात नहीं कर रहा है। हम सभी टॉल कर्मी ने मुश्किल वक्त में भी अपनी ड्यूटी की है। बावजूद इसके उन्हें समय पर सैलरी नहीं मिलती। पिछले दो महीने से सैलरी नहीं मिली है। सैलरी न मिलने से घर चलाना मुश्किल हो रहा है। कर्मचारियों को सरकार द्वारा दी जाने वाली ईएसआई व पीएफ की सुविधाओं से भी वंचित रखा जा रहा है।
कर्मियों का वेतन तकनीकी कारणों से नहीं मिला
मौके पर पहुंचे डीजीएम मनीष कुमार के आश्वासन के बाद टॉल कर्मी वापस काम पर लौटे। उन्होंने कहा कि टॉल कर्मियों का वेतन मई का आधा महीना से ही कुछ तकनीकी कारणों से नहीं मिला है। पीएफ व ईएसआई की सुविधा में भी कुछ तकनीकी कारणों से समस्या हुई है।
जल्द टॉल कर्मियों का वेतन भुगतान किया जाएगा। इसके लिए एनएचएआई के वरीय पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है। फास्ट टैग की शुरुआत जब से हुई थी तो कुछ अतिरिक्त गार्ड की बहाली हुई थी। इनका भी डेढ़ महीने से वेतन रुका हुआ है।
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