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पटना8 मिनट पहले
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ऑफिस के बाहर लगा कंपनी का नेम प�
लोन देने और दिलाने के नाम पर ढाई करोड़ से अधिक की ठगी हुई है। इस ठगी के शिकार अकेले बिहार नहीं, बल्कि झारखंड के लोग भी शिकार हुए हैं। इसके शातिरों पूरी तरह से एक फूल प्रूफ प्लान तैयार किया था। लोन देने के नाम पर जिस कंपनी ने ठगी की, उसका नाम सार इंडिया ग्रुप है। इस कंपनी ने जरूरतमंद लोगों को 1 से 3 लाख रुपए का लोन उपलब्ध कराने का दावा किया था। अब पटना के कंकड़बाग थाना में इस मामले में FIR दर्ज की गई है।
हर जरूरतमंद से हुई 5050 की ठगीअपने प्लान के तहत इस कंपनी ने बिहार-झारखंड के ग्रामीण इलाकों को टारगेट किया। अपने टारगेट को पूरा करने के लिए लोन सलाहकार नाम का पोस्ट क्रिएट किया। पिछले साल 2021 में ब्लॉक लेवल पर लोन सलाहकार के लिए बड़े लेवल पर वेकैंसी निकाली। फिर इनके माध्यम से ही लोन के जरूरत मंद लोगों से कागजी कार्रवाई के नाम पर 5050 रुपए की ठगी की। बारी जब लोन देने की आई तो उसके पहले ही ऑफिस में ताला लगा कंपनी चलाने वाले लोग फरार हो गए।
इस तरह से हुआ खुलासासोमवार को सहरसा में बनगांव के रहने वाले सुनील कुमार मिश्र, गोपालगंज के पंकज रवि, गया के सदानंद दास, विशाल सिन्हा और झारखंड के चतरा के हारुन खान व नंद किशोर महतो सहित कई लोग पटना आए। इन लोगों ने लोन के लिए रुपए दिए थे। कंकड़बाग में अशोक नगर रोड नंबर 14 में फर्जीवाड़ा करने वाली इस कंपनी के ऑफिस गए। वहां पहुंचने पर उन्हें गेट पर ताला लटका हुआ मिला। इसके बाद पता चला कि कंपनी ने बड़े स्तर पर ठगी की है। यहाँ पर इनकी मुलाकात कुछ लोन सलाहकारों से हुई। इनके जरिए मामले का खुलासा हुआ।
कुल 8 किए गए नामजद कंकड़बाग के थानेदार रवि शंकर सिंह ने FIR दर्ज किए जाने की पुष्टि की है। इसमें कंपनी के डायरेक्टर मुन्ना ठाकुर उर्फ टुटु सिंह, दीपक कुमार, अभय सिंह, दिवाकर, प्रवीण, पवन पांडेय, अविनाश कुमार और सुजीत सिंह को इस केस में नामजद किया है। ठगी के शिकार हुए लोगों ने फरार हुए शातिरों का मोबाइल नंबर और कंपनी के चार बैंक अकाउंट की डिटेल्स पुलिस को दी है। ठगी के शिका पंकज कुमार ने बताया कि सैकड़ों लोगों से लोन के नाम पर रुपयों की ठगी हुई है। सभी लोगों से रुपए कंपनी ने अपने बैंक अकाउंट में जमा करवाए थे। कंपनी के लोगों ने 16 मार्च के बाद कैम्प लगाकर लोन देने का दावा किया था। पर ऐसा आज तक नहीं हुआ। अब पुलिस इस केस की जांच में जुट गई है।
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