Home Bihar वार्ड प्रभारी से नगर आयुक्त तक गुजरी फाइल: नहीं उठाया सवाल-मेयर आवास पर राेज 8 मजदूर क्यों, मेयर ने ही पति की एजेंसी के पांच टैंकर काे किराए पर लगाने का लाया था प्रस्ताव

वार्ड प्रभारी से नगर आयुक्त तक गुजरी फाइल: नहीं उठाया सवाल-मेयर आवास पर राेज 8 मजदूर क्यों, मेयर ने ही पति की एजेंसी के पांच टैंकर काे किराए पर लगाने का लाया था प्रस्ताव

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वार्ड प्रभारी से नगर आयुक्त तक गुजरी फाइल: नहीं उठाया सवाल-मेयर आवास पर राेज 8 मजदूर क्यों, मेयर ने ही पति की एजेंसी के पांच टैंकर काे किराए पर लगाने का लाया था प्रस्ताव

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भागलपुरएक घंटा पहले

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भीखनपुर स्थित मेयर के इसी पीले रंग के आवास की साफ-सफाई व अन्य काम के लिए निगम ने आठ मजदूर रखे थे। - Dainik Bhaskar

भीखनपुर स्थित मेयर के इसी पीले रंग के आवास की साफ-सफाई व अन्य काम के लिए निगम ने आठ मजदूर रखे थे।

नगर निगम के अफसराें ने मेयर सीमा साह के भीखनपुर स्थित छाेटे से आवास की साफ-सफाई व अन्य काम के लिए आठ मजदूराें की ड्यूटी लगा दी। 20 माह तक निगम उनका वेतन देता रहा, लेकिन अफसराें ने यह जानने की काेशिश नहीं की कि वाकई वहां इतने मजदूराें की जरूरत है या नहीं? इतने मजदूर वहां काम कर रहे हैं या नहीं? काम करने वाले काैन हैं? जबकि मजदूराें का पता तक मेयर आवास लिखा था।

मजदूराें के काम व उन्हें वेतन मिलने तक की माॅनिटरिंग की जिम्मेदारी पांच कर्मचारियाें व अफसराें की है, लेकिन सभी आंख मूंदे रहे। जब मेयर के पति जिप अध्यक्ष टुनटुन साह के पेट्राेल पंप पर काम करनेवाले मैनेजर अनिल कुमार तांती ने इसका खुलासा किया ताे पूरा मामला सामने आया।

अब निगम ने तय किया है कि शुक्रवार से पांच-पांच वार्डाें में कार्यरत मजदूराें का भाैतिक सत्यापन हाेगा। उसके बाद ही उन्हें पैसे मिलेंगे। जिम्मेदार यह भी कह रहे हैं कि अब मेयर शाहकुंड स्थित अपने पैतृक आवास पर रहती हैं, इसलिए वहां मजदूराें की तैनाती नहीं हाेगी। अपने पति जिप अध्यक्ष की एजेंसी मां बागेश्वरी किसान सेवा केंद्र शाहकुंड के पांच पानी के टैंकर चलवाने का प्रस्ताव नवंबर 2019 में मेयर सीमा साह ने ही स्थायी समिति की बैठक में दिया था।

उस वक्त समिति के सदस्य रहे संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि वे लाेग यह नहीं जानते थे कि मेयर ने अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए यह प्रस्ताव पास कराया है। उसमें भी तीन महीने के लिए ही टैंकर दिया था, लेकिन इसे कंटीन्यू कर दिया गया।

आज निगरानी जांच की घाेषणा नहीं की ताे पार्षद करेंगे आंदाेलन
मामले का खुलासा हाेने के बाद बुधवार काे पूर्व डिप्टी मेयर प्रीति शेखर नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद्र यादव से मिलीं और पूरे मामले की निगरानी से जांच कराने की मांग की। उन्हाेंने कहा कि निगम में कितने कर्मचारी व मजदूर काम कर रहे हैं और कितने टैंकर व ट्रैक्टर चल रहे हैं, उनके मालिक के नाम-पता सार्वजनिक करें। सामान्य बाेर्ड, स्थायी समिति व क्रय समिति के निर्णयाें की प्राेसिडिंग की काॅपी भी सार्वजनिक करें।

वार्ड 21 के पार्षद संजय सिन्हा, वार्ड 32 के हंसल सिंह, 27 के उमर चांद व अन्य पार्षदाें ने कहा है कि वे लाेग गुरुवार काे नगर आयुक्त से फिर मिलेंगे। अगर निगरानी जांच और स्वास्थ्य शाखा प्रभारी काे हटाने की मांग पूरी नहीं की गई ताे वे आंदाेलन की रूपरेखा तय करेंगे और धरना-प्रदर्शन शुरू करेंगे।

स्वास्थ्य शाखा प्रभारी से नहीं पूछा शाेकाॅज
हर वार्ड में एक-एक वार्ड प्रभारी हाेते हैं जाे मजदूराें काे कार्य देते हैं। इनके ऊपर जाेनल प्रभारी माॅनिटिरिंग करते हैं। दफ्तर में स्वास्थ्य शाखा प्रभारी माॅनिटरिंग करते हैं। इन तीनाें चैनलाें के हस्ताक्षर हाेने के बाद भुगतान के लिए सिटी मैनेजर के पास फाइल जाती है। वह इसे नगर आयुक्त के पास भेजते हैं। नगर आयुक्त की अनुशंसा के बाद मजदूराें काे वेतन मिलता है। इस मामले में स्वास्थ्य शाखा प्रभारी माेहम्मद रेहान कुछ भी बताने काे तैयार नहीं हैं। निगम ने उससे अभी तक शाेकाॅज भी नहीं पूछा है। लेकिन जाेनल प्रभारी से शाेकाॅज पूछने की तैयारी है।

पेमेंटे कैसे हुआ, यह अफसर बताएंगे

  • मेरे आवास पर निगम के मजदूराें की ड्यूटी दी गयी थी ताे यह अफसर ही जानते हाेंगे। उन्हें किस आधार पर पेमेंट हाे रहा था, यह भी निगम ही बता सकता है। -सीमा साह, मेयर

नियम संगत कार्रवाई करेंगे

  • स्वास्थ्य शाखा प्रभारी काे हटाने की पार्षदाें ने की मांग पर दाे-तीन दिन का समय मांगा है। प्रभारी सीधे मजदूराें काे नहीं देखते हैं। सब कुछ चेक करने के बाद ही एक्शन लेंगे। टैंकर किराये पर देने के मामले में नियम संगत कार्रवाई करेंगे। -प्रफुल्ल चंद्र यादव, नगर आयुक्त

टैंकर कहां लेकर जाता था पानी, नहीं बना लाॅगबुक
जिप अध्यक्ष टुनटुन साह द्वारा पांच टैंकर व ट्रैक्टर किराये पर देकर चलवाने के मामले में जलकल शाखा के सहायक इंजीनियर कृष्णा प्रसाद का कहना है कि उन्हें नहीं पता था कि ये गाड़ियां किसकी हैं। इन गाड़ियाें का लाॅगबुक भी नहीं बनाया गया है। सूत्राें के अनुसार जिप अध्यक्ष मेयर से कहकर अपने चेहते का एक हाईवा भी चलवा रहे हैं। यह हाईवा डंपिंग ग्राउंड तक कूड़ा लेकर जाता है।

जांच के लिए प्रधान सचिव काे लिखेंगे पत्र : डिप्टी मेयर
इधर, डिप्टी मेयर राजेश वर्मा 12 दिन के बाद बुधवार काे निगम दफ्तर पहुंचे। उन्हाेंने कहा कि वह भ्रष्टाचार के विराेध में हैं। नियम के विरुद्ध अगर किसी के खाते में पैसा जा रहा है ताे इसकी जांच हाेनी चाहिए। इसके लिए वह प्रधान सचिव काे पत्र भेजेंगे। निगम में टुनटुन साह का टैंकर चल रहा है और मेयर अपने आवास में कैसे इतने मजदूराें से काम ले रहीं थीं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। सभी मामलाें में नगर आयुक्त काे जांच करानी चाहिए।

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